ग्वालियर। मुरैना कैलारस के बाल्हेरा जागीर ग्राम पंचायत से सरपंच पद के प्रत्याशी आशाराम कुशवाह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। विरोध में परिजनों व ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया। कैलारस पुलिस ने मृतक के भाई रामलखन कुशवाह के आवेदन पर गांव के पूर्व सरपंच रजोले कुशवाह व उसके पुत्र मुंशीलाल कुशवाह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है।
बाइक से घर से निकले आशाराम कुशवाह का शव गांव से करीब 10 कि.मी. दूर सुजरमा नहर की पुलिया के पास पड़ा मिला था। करीब डेढ़ दशक से रजोले कुशवाह का पंचायत पर कब्जा था। पिछले 4 साल से पत्नी जानकी सरपंच थी, 6 माह पूर्व पत्नी का निधन होने पर उप चुनाव होने पर मृतक आशाराम की पत्नी अनेगा चुनाव जीत गई थीं। इस बार चुनाव में रजोले व आशाराम एक-दूसरे के सामने थे। एक अन्य घटना में बामोर कला शिवपुरी के ग्राम बुरहानपुर में चुनाव हारने पर महिला प्रत्याशी के पति लाखन सिंह ने जीतने वाले प्रत्याशी के पति सुभाष एवं परिजनों पर लाठी फरसों से हमला कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
फर्जी अंकसूची से 19 वर्षीय युवक बन बैठा सरपंच
ग्वालियर। फर्जी अंकसूची लगाकर 19 वर्षीय युवक मोहब्बत सिंह ग्राम पंचायत गिंदौरा, बदरवास जिला शिवपुरी में निर्विरोध सरपंच बन गया। 5वीं कक्षा की कूट रचित मार्कशीट चुनाव के दस्तावेज के साथ जमा कर दी। ग्राम पंचायत गिंदौरा के जितेन्द्र रघुवंशी ने इसकी शिकायत जिला निर्वाचन अधिकारी एसपी तथा चुनाव आयुक्त को की है तथा मार्कशीट जारी करने वाले प्रधानाध्यापक प्रेम सिंह कलावत व प्रस्तावत युधिष्ठिर सिंह तथा पटवारी हल्का नं. 54 की संदिग्ध भूमिका की भी शिकायत की है। मामले की जांच अधिकारी कर रहे हैं।