भोपाल। छात्रा संगीता ने जिस यात्री की जेब कटने से बचाई, उसने तक घायल संगीता की मदद नहीं की। जेबकरतों ने संगीता को बुरी तरह पीटा और भाग गए, बस में 25 से ज्यादा लोग सवार थे परंतु किसी ने उन्हें टोका तक नहीं, पुलिस को सूचना भी नहीं दी।
यह जानकारी आईजी योगेश चौधरी ने मंगलवार को संवाददाताओं को दी। उन्होंने बताया कि आरोपियों में से एक नाबालिग है। आरोपियों को दो दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है।
आईजी के मुताबिक 1 जनवरी की दोपहर करीब 3 बजे टीन शेड से प्रिदर्शनी नगर निवासी 22 वर्षीय संगीता पिता रमाकांत रजक मिनी बस में बैठी। पांच युवक भी बस में चढ़ गए। आरोपी एक यात्री की जेब काटने लगा। संगीता ने इसका विरोध किया तो वह उससे धक्का-मुक्की करने लगा लेकिन संगीता ने लात से पंच मार दिया। इससे आरोपी बस से बाहर फिक गया। साथी को बस से बाहर फिकते ही दूसरे ने छात्रा से मारपीट शुरू कर दी। किसी को आगे नहीं आता देख बदमाशों ने संगीता पर चाकू से हमला कर दिया, जिससे उसके हाथ और माथे पर गंभीर चोटें आई। बस रुकते ही आरोपी मिनी बस से फरार हो गए। इस दौरान एक भी यात्री ने बदमाशों को रोकना तो दूर की बात रही पुलिस को सूचना तक देने की हिम्मत नहीं की।
पुलिस ने माता मंदिर चौराहा, अपैक्स बैंक तिराहा और जहांगीराबाद तिराहे पर लेगे सीसीटीवी के फुटेज कई बार देखे। एक-दो जगह कुछ सेकंडों के लिए बदमाश भागते नजर आए। इसी से पुलिस एक ऑटो चालक तक पहुंची पाई। जिसकी मदद से पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें से एक वारदात में शामिल नहीं है, लेकिन दूसरी वारदातें कबूल करने के करण पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया।
मुख्य आरोपी पर आठ मामले दर्ज
घटना का मुख्य आरोपी करोंद निवासी अनबर शाह उर्फ अन्नू उर्फ जावेद (35) है। उसके खिलाफ विभिन्न थानों में आठ मामले दर्ज हैं। उसके साथ काजी कैंप निवासी अकबर शेख (23) है, जिस पर सात मामले दर्ज हैं। इन दोनों ने ही संगीता पर हमला किया था। हमले के बाद अनबर, अकबर अपने साथियों राकेश, अनीस और नाबालिग के साथ मिनी बस पकड़कर फरार हो गए। अनबर ने जहांगीराबाद में 12 दिसंबर को यातायात के पुलिसकर्मी से मारपीट की थी। वहीं बादशाह खान उर्फ जफर (24) पर 22 प्रकरण दर्ज हैं। (यह वारदात के दौरान आरोपियों के साथ नहीं था)
15 साल से चल रहा है गिरोह
चोरी करने से लेकर बसों और रेल में जेब काटने का यह गोरखधंधा आरोपी 15 साल से कर रहे हैं। आरोपी कई बार जेल की हवा खाने के साथ जिला बदर तक हो चुके हैं। घटना के पहले वह एक सामान्य यात्री की तरह दिखते थे, लेकिन शिकार भांपते ही अपना काम कर चले वाहन से कूदकर फरार हो जाते थे।