बड़वाह/खरगोन। ग्राम पंचायत नाया फिर सुर्खियों में है। जिले में पहली बार सरपंच चुनाव में किसी ने अनोखी जीत दर्ज कराई है। घोटाले के आरोप में गत वर्ष जेल पहुंचाए गए एक युवक ने न केवल चुनाव लड़ा बल्कि ऐसी रणनीति बनाई कि जेल में रहकर चुनाव जीत लिया। वह जश्न तो नहीं मना सका, परंतु सैकड़ों ग्रामीण जेल पहुंचे और जश्न मनाया। जेल में बंद युवक भैयालाल है।
सरपंच चुनाव में जनपद बड़वाह अंतर्गत ग्राम नाया में 4 उम्मीदवार मैदान में रहे। पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित इस सीट के लिए भैयालाल पिता कड़वा के समर्थकों ने हिम्मत दिखाई। घोटाले के आरोप में जमानत न मंजूर होने की स्थिति में पिछले तीन माह से जेल में बंद भैयालाल को उम्मीदवार बनाया।
भैयालाल ने निकटतम प्रतिद्वंद्वी जगदीश मंडलोई को 36 वोट से पराजित कर दिया। गांव में कुल 1200 मतदाता हैं। इनमें से 415 ने भैयालाल को वोट किया।
मां भी सरपंच रही
समर्थक झंवरसिंह मंडलोई ने बताया कि भैयालाल की मां दुरक्तीबाई भी दो बार सरपंच रह चुकी हैं। बुधवार को जीत के जश्न के लिए ग्रामीण उपजेल पहुंचे। यहां उनकी बहन दुर्गा पाटीदार व पत्नी जानकी पटेल ने भैयालाल का मुंह मीठा करवाया।
क्या था घोटाला
गत वर्ष अक्टूबर-नवंबर में जनपद पंचायत बड़वाह में आर्थिक अनियमितताओं की जांच की गई। इस जांच में जनपद में पदस्थ बाबू सुरेंद्र वर्मा (बाबला) ने 50-50 लाख रुपए फर्जी तरीके से अलग-अलग खातों में जमा किए थे। इनमें से एक खाता भैयालाल का भी पाया गया। इसमें 2 लाख रुपए जमा करवाए गए थे। इस प्रक्रिया में कई सरपंच, सचिव व अन्य जांच के घेरे में आए। भैयालाल की जमानत याचिका एक बार खारिज हो चुकी है।