मुरैना। गणेशपुरा निवासी एक महिला को प्रसव के लिए अस्पताल लाया गया। यहां पर प्रसूति महिला को टॉयलेट आई तो उसने मौके पर तैनात अस्पताल स्टाफ से टॉयलेट यूज करने की बात कही, लेकिन महिला को वहां तैनात स्टाफ ने बाहर टॉयलेट करके आने को कह दिया। महिला जैसे ही प्रसूति विभाग के गेट के पास पहुंची उसे प्रसव हो गया। इसके बाद परिजनों ने हंगमा कर दिया। तब कहीं जाकर महिला को वापस प्रसूती कक्ष में ले जाया गया।
जानकारी के अनुसार गणेशपुरा निवासी गुड्डी देवी पत्नी मातादीन को करीब साढ़े तीन बजे प्रसव पीड़ा होने पर जिला अस्पताल लाया गया। महिला के देवर सुनील ने बताया कि जिस दौरान महिला प्रसूती कक्ष के बाहर थी उस दौरान उसने यहां तैनात नर्सों से कहा कि उसे बाथरूम जाना है।
सुनील के मुताबिक उनकी भाभी की गंभीर हालत को देखते हुए भी वहां तैनात स्टाफ ने बड़ी सख्ती से उन्हें टॉयलेट यूज करने से रोक दिया और कहा कि परिसर के बाहर जाकर प्रसूता टॉयलेट करे। महिला के परिजन जब उसे बाहर ले जाने लगे तो गेट पर ही महिला को प्रसव हो गया।
परिजन चिल्लाए तब कहीं जाकर आया स्टाफ
इस घटना के बाद महिला के परिजन चिल्लाते हुए प्रसूती कक्ष में पहुंचे। तब वहां से 2 नर्स मौके पर आईं और महिला को रिकवर कर भीतर ले गईं।
परिजनों को लगा कि जिस तरह डिलेवरी हुई है, उसे देखते हुए कोई गंभीर बात न बन जाए। इसलिए उन्होंने डॉक्टर्स को भी तलाशा, लेकिन डॉक्टर्स भी उन्हें नहीं मिले। इसके बाद वार्ड की नर्सों ने ही महिला को संभाला। महिला ने बच्ची को जन्म दिया था। फिलहाल दोनों की हालत ठीक बताई जा रही है।
इनका कहना है
महिला के मामले में क्या लापरवाही हुई इसका पता करेंगे। फिलहाल हमने पता किया है महिला और उसकी बच्ची दोनों स्वस्थ्य हैं और उनकी उचित देख-रेख की जा रही है।
डॉ. सियाराम शर्मा
सिविल सर्जन जिला अस्पताल