भोपाल। खाकी की थर्ड डिग्री क्या कुछ नहीं कर सकती। ताजा मामले में खाकी लाठियों ने कुत्तों तक को बफादारी भुला दी ओर कुत्तों ने अपने मालिक शिकारियों को गिरफ्तार करवा दिया।
गुरुवार शाम कोटरा बीट के वनरक्षक अरविंद सिंह को मुखबिर ने जंगल में सुअर की शिकार की सूचना दी थी। अरविंद ने कढ़ैया बीट के वनरक्षक आरके शुक्ला और डिप्टी रेंजर विनोद तिवारी को सूचना देकर घेराबंदी की।
जब तक कर्मचारी शिकारियों तक पहुंचते, तब तक उन्होंने पांच कुत्तों की मदद से दो नर और एक मादा सुअर का शिकार कर लिया था। शिकारी तीनों सुअर लेकर भागने की फिराक में थे, तब तक कर्मचारी नजदीक पहुंच गए।
कर्मचारियों की आहट सुन शिकारी हथियार और शिकार सहित कुछ दूरी पर झाड़ियों में छिप गए। सूझबूझ काम आई घटनास्थल पर पहुंचे कर्मचारियों को जब कुछ नहीं मिला, तो उन्होंने शिकारियों के कुत्तों को पकड़ने की कोशिश की।
पांच में से तीन कुत्ते भाग गए, लेकिन दो फंस गए। कुत्तों को पकड़कर पीटा, तो उन्होंने उस झाड़ी की ओर दौड़ लगा दी, जहां शिकारी मालिक छिपे थे। पीछा कर कर्मचारी पहुंचे और शिकार की रखवाली कर रहे कोल्हूखेड़ी निवासी गंगाराम और चंदन को हिरासत में ले लिया। साथ ही तीनों सुअर का शव, कुल्हाड़ी और बल्लम भी जब्त कर लिए। इस दौरान शिकारियों के तीन अन्य साथी भागने में कामयाब हो गए।
दो आरोपी गिरफ्तार
डिप्टी रेंजर विनोद तिवारी ने बताया कि दोनों आरोपियों ने गुनाह कुबूल लिया है। उनके खिलाफ वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की विभिन्न् धाराओं के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है। दोनों को शुक्रवार को बैरसिया न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। न्यायालय ने दोनों को जेल भेज दिया है। वहीं न्यायालय के आदेश पर सुअरों के शव जला दिए गए हैं।