रेवाड़ी/बावल। कोयला, डीजल और बिजली के बाद अब देश में सीएनजी से चलने वाली ट्रेन की शुरूआत हो गई है। मंगलवार को रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेवाड़ी और रोहतक के बीच ऎसी पहली डीईएमयू ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर इसकी शुरूआत की। इसके साथ ही रेवाड़ी जंक्शन का नाम रेलवे के इतिहास में दर्ज हो गया।
पर्यावरण रहेगा साफ और रेलवे को होगा फायदा
इस ट्रेन में सीएनजी के अलावा डीजल ईधन का भी विकल्प होगा। साथ ही पर्यावरण प्रदूषण में भी कटौती होगी। यह ट्रेन डीजल और सीएनजी दोनों पर चल सकती है। इसका निर्माण चेन्नई के इंटीग्रल कोच फैक्टरी में हुआ है। साथ ही इससे परिचालन में 50 फीसदी की कटौती होगी। इससे पहले रेल मंत्री ने इसी स्टेशन से रेवाड़ी-बीकानेर पैसेंजर ट्रेन का भी उद्घाटन किया।
आठ डब्बे हैं इसमें
सीएनजी डीईएमयू ट्रेन में कुल आठ डिब्बे होंगे। ट्रेन हफ्ते में छह दिन (सोमवार से शनिवार) रेवाड़ी और रोहतक के बीच चलेगी। रविवार को दिल्ली के शकूरबस्ती जंक्शन पर इसमें सीएनजी रिफिलिंग और रखरखाव का काम किया जाएगा। आने वाले समय में रेलवे इस तरह की ट्रेनों की संख्या बढ़ाने का विचार कर रहा है।