भोपाल। आयकर की तर्ज पर अब कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफ) भी अपनी खुफिया विंग को सशक्त बनाने में जुट गया है। महकमे में इंस्पेक्टर राज के खात्मे की कवायद के साथ इंटेलीजेंस यूनिट विकसित की जा रही है। इस विंग में सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थानों से जुड़े कर्मचारियों व कंपनी-कारखानों का कच्चा-चिट्ठा रहेगा। छापामारी के मोर्चे पर भी यही विंग काम करेगी।
पीएफ महकमे में अभी राष्ट्रीय स्तर पर सेंट्रल एनालिसिस एंड इंटेलीजेंस यूनिट काम कर रही है। इसमें देश भर की जानकारियां एकत्रित की गई हैं एवं विभिन्ना स्त्रोतों से मिलने वाली सूचनाएं वर्गीकरण के हिसाब से उसमें जोड़ी जाएंगी। इसी तरह प्रदेश में भी खुफिया विंग स्थापित की गई है। इसमें करोड़ों कर्मचारियों से संबंधित सूचनाएं एवं कंपनी और कारखानों के कामकाज की गोपनीय जानकारियां एकत्र रहेंगी। इन खुफिया सूचनाओं के आधार पर ही यह विंग सर्वे एवं छापामार कार्रवाई को अंजाम देगा।
कई स्त्रोतों से लेंगे इनपुट
विभागीय सूत्रों का कहना है जिस तरह आयकर महकमे में इंटेलीजेंस विंग छापामार कार्रवाई के पहले संबंधित टॉरगेट के बारे में पूरी जानकारियां उपलब्ध करा देता है, उसी तरह पीएफ भी अपना डाटा बैंक तैयार करने में जुटा है। इसके लिए देश की विभिन्ना जांच एजेंसियों, सरकारी विभागों, बैंकों, मार्केट एवं विभिन्न एजेंसियों से 'इनपुट" लिया जाएगा।
निजी क्षेत्र में कार्यरत विभिन्ना कंपनी-कारखानों के अलावा सरकारी विभागों में जो कंपनियां आउट सोर्सिंग के जरिए काम कर रही हैं, उनसे जुड़े कर्मचारी-मजदूरों का ब्यौरा भी एकत्र किया जा रहा है। उनके पीएफ कटौती को लेकर शिकवे-शिकायतें ज्यादा हैं। इसलिए ऐसी सभी कंपनियों के काम-काज का ब्यौरा राज्य सरकार के विभागों से मांगा गया है। मैदानी अफसरों को भी निर्देश दिए गए हैं कि ठेकेदारों पर नजर रखें।
मैदानी अमला भी जुटाएगा सूचनाएं
केंद्र में मोदी सरकार के गठन के बाद कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की अनेक योजनाओं में फेरबदल की शुरूआत की गई है। इसी के तहत इंस्पेक्टर राज की समाप्ति के लिए निरीक्षण संंबंधी पूरी रिपोर्ट ऑनलाइन करने की पहल की गई है। इसलिए महकमे में अब इंटेलीजेंस विंग को ज्यादा सशक्त बनाए जाने की कवायद चल रही है। इसमें विभाग के मैदानी अमले का सहयोग भी लिया जा रहा है। विंग को मिलने वाली जानकारियों के विश्लेषण और इन सूचनाओं के आधार पर ही औचक कार्रवाई का आधार तैयार होगा।
इनका कहना है
आयकर विभाग में जिस तरह इन्वेस्टीगेशन विंग गोपनीय सूचनाओं के आधार पर छापामार कार्रवाई करती है, उसी तरह पीएफ महकमे की इंटेलीजेंस विंग भी अपने काम को अंजाम देगी। प्रदेश में यह विंग स्थापित हो चुकी है उसमें विभिन्ना स्त्रोतों से जानकारियां जुटाने की प्रक्रिया निरंतर चलेगी।
अजय मेहरा
राज्य भविष्य निधि आयुक्त