भोपाल। Prachi Gas Bottling Pvt Limited मुम्बई, ग्वालियर एवं मुरार के खिलाफ पंजाब के कैथल थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि Prachi Gas Bottling ने संचालकों ने गैस ऐजेन्सी के नाम पर यह व्यापारी को करीब 28 लाख रुपए का चूना लगाया।
पंजाब के कैथल से आ रही खबर के अनुसार बालाजी गैस एजैंसी चीका में पार्टनर जगतार सिंह ने चीका पुलिस को शिकायत दी कि उन्होंने कुछ समय पहले दैनिक समाचार-पत्र में विज्ञापन देखा था। इसमें एजैंसी लेने के लिए आवेदन मांगे गए थे। उन्होंने विज्ञापन में दिए नम्बरों पर सम्पर्क किया। उन्हें चंडीगढ़ बुलाया गया। बताई गई शर्तों के अनुसार उन्होंने चीका में गैस एजैंसी ले ली थी। इसके लिए उन्होंने 27,75,750 रुपए दिए। एजैंसी मिलने के कुछ दिन तक उन्हें गैस की सप्लाई ठीक ढंग से मिली लेकिन धीरे-धीरे गैस सप्लाई कम होने लगी और उधर, उपभोक्ता उन्हें गैस देने के लिए दबाव बनाने लगे।
कुछ समय तो सप्लाई बिल्कुल बंद हो गई। जब इस बारे में जगतार सिंह ने कम्पनी के लोगों से बातचीत की तो उन्होंने एजैंसी पर आया खर्चा वापस देने की बात कही और उनसे डीलरशिप वापस जमा करवा ली। जगतार का आरोप है कि इसके बाद आरोपियों ने न तो उनकी डीलरशिप दोबारा शुरू की और न पैसे लौटाए। जांच अधिकारी ई.ए.एस.आई. नरेश कुमार ने बताया कि जगतार की शिकायत पर प्राची गैस बॉटलिंग प्राइवेट एजैंसी गौरेगांव (मुम्बई), प्राची गैस बॉटलिंग प्राइवेट एजैंसी, ग्वालियर, प्राची गैस बॉटलिंग प्राइवेट एजैंसी मुरैना (मध्यप्रदेश) सहित इनमें कार्य करने वाले दिलीप वर्मा, पवन वर्मा, विजय वर्मा, रमेश वर्मा, विजय तिवारी, अजीत सिंह, रूपनारायण शाह, दीपक चौधरी के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।