भोपाल। आयकर विभाग के सर्वे के बाद रत्न हाउस एवं रत्न-श्री कारोबारी ने शुक्रवार को 8 करोड़ की अघोषित आय स्वीकार की है। शुक्रवार को यह अघोषित आय विभाग को सरेंडर कर दी है।
राजधानी के न्यू मार्केट में स्थित रत्न हाउस ज्वेलर्स एवं एमपी नगर स्थित बिल्डर पार्श्व एसोसिएट के यहां आयकर अफसर हिसाब किताब की पड़ताल की थी। रत्न हाउस के संचालक आशीष सोनी से दुकान में मौजूद पूरे स्टॉक का ब्यौरा मांगा गया है, विभाग के वेल्यूअर दुकान में मौजूद हीरा-जवाहरात और सोना-चांदी के जेवरों की असली कीमत आंक रहे हैं। अघोषित स्टॉक, सम्पत्ति एवं नकदी के बारे में पूछताछ चल रही है।
इसी तरह बिल्डर संजय जैन के पार्श्व एसोसिएट का ब्यौरा खंगाला जा रहा है। जैन की एक साइट पर भी आयकर की टीम पहुंची है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि बिल्डर और ज्वेलर्स के आयकर रिटर्न में आमदनी कम दिखाने की शिकायतें हैं। इसलिए सभी दस्तावेजों का सत्यापन करने के बाद ही टैक्स चोरी सामने आ पाएगी। वहीं शाम तक रत्न हाउस एवं रत्न श्री कारोबारी ने आठ करोड़ रुपए की अघोषित आय सरेंडर कर दी है।