ग्वालियर। चार लाख किमी. से ज्यादा चल चुके वाहनों का एम्बुलेंस के रूप में उपयोग नहीं करना चाहिए। परंतु 12 में से 10 एम्बुलेंस पुरानी हो चुकी हैं। स्वास्थ्य विभाग की इमरजेंसी सेवा 108 अब धक्कामार सेवा होती जा रही है। बाबजूद इसके स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिषन के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं आयेदिन एम्बुलेंस खड़ी होने से मरीजों की जान पर बन आती है। कई बार मौके पर बुलाने पर खराबी के कारण समय पर न पहुंचने पर मरीज तड़पते रहते हैं। करीब 6 साल पहले खरीदी गई गाड़ियां कंडम हो चुकी हैं हर महीने 7 से 9 हजार किमी. उक्त गाड़ियां चल रही हैं। मार्केटिंग हैड जीविके ईएमआरआई जफर खांन का कहना हैं कि हालांकि गाड़ियां पुरानी हैं फिर भी हमें काम करने में ज्यादा दिक्कत नही हैं।