मुकेश बालयोगी/रांची। 13 हजार हाईस्कूल शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया राज्य कर्मचार चयन आयोग से वापस ले ली गई है। शिक्षा विभाग अब नए सिरे से खाली पदों की सूची मांग रहा है। इसका पूरा ब्योरा आने पर ही फिर से नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होगी। इस क्रम में कम से कम दो महीने लगेंगे।
नई सरकार का गठन होते ही सरकार ने राज्य कर्मचारी चयन आयोग को शिक्षक भर्ती का विज्ञापन निकालने को कहा गया था। इसी बीच आयोग की ओर से माध्यमिक शिक्षक नियुक्ति नियमावली में कई त्रुटियों की ओर ध्यान दिलाकर इसे दूर करने के लिए कहा गया। आपत्ति का एक बड़ा कारण अलग-अलग तरह के हाईस्कूलों के लिए अलग-अलग नियुक्ति नियमावली का होना था। वहीं हाईस्कूल में रिक्तियों के 13 हजार का आंकड़ा काफी पुराना होने के कारण फिर से खाली पदों की सही संख्या पता करने की जरूरत बताई गई।
विधानसभा चुनाव से पहले ही थी तैयारी
विधानसभा चुनाव से पहले ही हाईस्कूल शिक्षकों की इस नियुक्ति की पूरी तैयारी हो चुकी थी। लेकिन राज्य कर्मचारी चयन आयोग को इसका प्रस्ताव भेजे जाने से ऐन पहले तत्कालीन शिक्षा मंत्री गीताश्री उरांव ने उम्मीदवारों से जिले का आावासीय प्रमाण-पत्र मांगने का निर्देश दिया। इसे कार्मिक विभाग ने राज्य में इस तरह की नीति नहीं होने की बात कहकर खारिज कर दिया। इस पर उरांव ने नई नियमावली बनाने का निर्देश दिया, पर चुनाव आचार संहिता लागू होने से प्रक्रिया रुक गई।
अब क्या होगा
शिक्षा विभाग ने हाईस्कूलों के लिए नई नियुक्ति नियमावली तैयार कर ली है। इसे मुख्यमंत्री के पास अनुमोदन के लिए भेजा गया है। सभी खाली सीटों पर नई नियमावली के तहत भर्ती होगी। यदि सरकार स्थानीय नियुक्ति लागू करती है तो नियमावली पर भी यह प्रभावी होगा और आवेदकों से स्थानीय नीति के मुताबिक दस्तावेज मांगा जाएगा।
समान होंगे जिला स्कूल और हाईस्कूल
माध्यमिक शिक्षकों की नई नियुक्ति नियमावली के तहत प्रदेश के जिला स्कूलों और हाईस्कूलों का दर्जा समान हो जाएगा। उनमें शिक्षकों की नियुक्ति एक ही प्रक्रिया से होगी। दोनों जगह से एक-दूसरे स्कूलों में शिक्षकों का ट्रांसफर हो सकेगा। नई नियमावली के तहत शिक्षक एक हाईस्कूल में दस साल से अधिक नहीं रह सकेंगे।
तरह-तरह के हैं सरकारी हाईस्कूल
25 जिला स्कूल
197 प्रोजेक्ट हाईस्कूल
1219 अपग्रेडेड हाईस्कूल
589 हाईस्कूल
230 इंटर स्कूल
203 कस्तूरबा गांधी विद्यालय
वापस ली गई नियुक्ति प्रक्रिया में कुछ खास तरह के हाईस्कूलों की रिक्तयों की संख्या शामिल नहीं थी। अब सभी तरह के हाईस्कूलों की वैकेंसी एकसाथ निकाली जाएगी। एक ही प्रक्रिया से उन सभी में नियुक्ति होगी।
जॉन पास्कल लकड़ा
माध्यमिक शिक्षा निदेशक