छिन्दवाड़ाः माध्यमिक शिक्षा मण्डल ने हाई स्कूल और हायर सेकण्डरी परीक्षा में केंद्राध्यक्ष को जिस तरह से डयुटी लगाई है। उस पर राज्य अध्यापक संघ छिन्दवाड़ा और शिक्षक संघ ने कडी आपत्ति जगाई है। विगत दिनों इसके विरोध में शासन को ज्ञापन सोंपा गया है। संघ ने मा0शि0म0 भोपाल के सचिव को पत्र लिखकर आदेश में संशोधन की मांग की है।
माध्यमिक शिक्षा मण्डल ने रेंडमाइजेशन के माध्यम से क्रेन्द्राध्यक्ष और सहायक केन्द्राध्यक्ष को जो डयुटी लगाई है। वो त्रुटिपूर्ण और अव्यवहारिक है। संघ ने कहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों के परीक्षा के्रन्दो में क्रेन्द्राध्यक्ष अन्य विधालयों या अन्य विकासखण्डों के नियुक्ति किये जा सकते हैं। किन्तु सहायक क्रेन्द्राध्यक्ष यदि स्थानीय शिक्षकों को बनाया जाता तो परीक्षा के संचालन में सुविधा रहती । जब विद्यार्थियों को परीक्षार्थी के रूप में अन्य विद्यालयों में स्थानान्तरित कर दिया गया है तो ये व्यवस्था अनुचित प्रतीत होती है। अधिकांश स्कूलांे का यह आलम है कि सभी वरिष्ठ शिक्षकों को क्रेन्द्राध्यक्ष @सहाण् क्रेन्द्राध्यक्ष बनाकर स्कूल खाली कर दिया गया है। इतना ही नही क्रेन्द्राध्यक्ष एवं सहाण् क्रेन्द्राध्यक्षों को अपने मुख्यालय से 100 सेे 200 कि0मी0 दूर तैनात किये जाने के कारण आगामी माह में ,वेतन भुगतान, क्ण्क्ण्व्ण् एवं अन्य कार्य प्रभावित होने की संभावना है।
गौरतलब है कि क्षेत्रफल की दृष्टि से छिन्दवाड़ा जिला प्रदेश का सबसे बड़ा जिला है जिसकी सीमा महाराष्ट्र एवं प्रदेश के चार अन्य जिले तक लगी है। ऐसीं स्थिति में शिक्षकों को अपने मुख्यालय में 200 कि0मी0 दूर केन्द्राध्यक्ष या सहायक केन्द्राध्यक्ष पर तैनात किया जाना अव्यवहारिक है। निकटवर्ती विकासखंड में स्थानांतिरत कर भी व्यवस्था बनाई जा सकती थी । हद तो अब हो गई जब अमरवाड़ा विकासखण्ड के लहगडुआ ग्राम में पदस्थ वरिष्ठ अध्यापक श्रीमति नीरज उईके को मुख्यालय से 200 कि0मी0 दूर पार्ढुना विकासखंड में सहायक केन्द्राध्यक्ष के रूप में तैनात किया गया। मा0शि0म0 के इस निर्णय से शिक्षक परेशान है।