जयपुर। जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल में बुधवार को एक बच्ची तीन लोगों की जान बचा गई। यहां पहला कैडेबर ट्रांसप्लांट किया गया। यह 13 साल की बच्ची सवाई माधोपुर से आई थी। अस्पताल के विशेषज्ञों की समिति ने इसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया था। इसके बाद इसकी किडनी मैच के लिए रक्त के नमूने दिल्ली भेजे गए थे।
मंगलवार देर रात रिपोर्ट आने के तुरंत बाद ऑपरेशन किया गया और अस्पताल में भी भर्ती दो मरीजों को बच्ची की किडनी लगाई गई। लिवर बुधवार सुबह वायुसेना के विमान से दिल्ली भेजा गया, जहां आरआर अस्पताल में एक मरीज को लगाया गया। सवाई मानसिंह अस्पताल राजस्थान का पहला सरकारी अस्पताल है जहां कैडेबर ट्रांसप्लांट किया गया। इससे पहले जयपुर के ही एक निजी अस्पताल में कैडेबर ट्रांसप्लांट किया गया था।
सौ वर्षीय महिला का घुटना बदला
जयपुर में ही बुधवार को एक विश्व रिकार्ड भी तोड़ा गया। यहां के एक निजी अस्पताल में सौ वर्ष की महिला का घुटना बदला गया। यह महिला ऋषिकेश की उषा देवी है जो अब आसानी से चल फिर सकेंगी। ऑपरेशन करने वाले डॉ. बीआर बगडिया ने दावा किया कि ऐसा ऑपरेशन दुनिया में पहली बार हुआ है। इससे पहले 98 वर्ष की एक महिला का ऐसा ऑपरेशन लिम्का बुक में दर्ज है।