लगातार 48 घंटे तक खुला रहेगा बाबा के दरबार, 2 लाख श्रद्धालु आएंगे

Bhopal Samachar
ग्वालियर। शहर के सबसे प्राचीन अचलेश्वर महादेव मंदिर पर ऐसा 15 साल बाद होने जा रहा है, जब मंदिर के पट लगातार 48 घंटे श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे। यह दुर्लभ संयोग महादेव की आराधना का दिन सोमवार और मंगलवार को श्रवण नक्षत्र में महाशिवरात्रि का पर्व पड़ने से बन रहा है। इन दो दिनों में बाबा अचलनाथ के दरबार में डेढ़ से दो लाख श्रद्घालुओं के पहुंचने की उम्मीद है,जो दिन-रात बाबा की पूजा अर्चना करेंगे।

मंदिर सचिव संजय सूरी के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन बाबा को करीब 51 क्विंटल प्रसाद का भोग लगाया जाएगा। इसमें 31 क्विंटल आलू प्रसाद का भोग अचलेश्वर महादेव सार्वजनिक न्यास और 20 क्विंटल प्रसाद का भोग विभिन्न श्रद्घालुओं द्वारा अपने-अपने स्टॉल के जरिए बांटा जाएगा।

इस दिन मंदिर प्रबंधन की ओर से फूलबंगला और 56 भोग का आयोजन भी किया जाएगा। वहीं ज्योतिषाचार्य पंडित सुनील जोशी जुन्नरकर के अनुसार यह शिवरात्रि 15 साल बाद विशेष श्रवण नक्षत्र के दुर्लभ संयोग में पड़ रही है। यह नक्षत्र चंद्रमा का है और चंद्रमा भगवान शिव के सिर का आभूषण है। इसकी वजह से महादेव की पूजा अर्चना करने पर श्रद्घालुओं को भगवान शिव की कृपा प्राप्त होगी।

इस तरह होगी पूजा अर्चना
 48 घंटे मंदिर के पट खुले रहने के कारण मंदिर में पूजा अर्चना भी विशेष तरीके से की जाएगी। मंदिर उप मुख्य महंत गगन कटारे, पंडित छोटेलाल महाराज, पं.गौरव शर्मा, पं.ज्ञानेश शर्मा, पं.प्रमोद शर्मा, पं.राजेंद्र शर्मा, पं.भूरा शर्मा, पं.शिवनदंन शर्मा, पं.प्रेम महाराज द्वारा भगवान अचलनाथ का विशेष महारूद्राभिषेक कर विशेष श्रृंगार किया जाएगा।

20 कैमरों से रखी जाएगी नजर
 मंदिर के भीतर और बाहर हर आने- जाने वाले श्रद्घालुओं पर 20 कैमरों के जरिए पूरी नजर रखी जाएगी। साथ ही मेटल डिटेक्टर से भी चेकिंग की जाएगी। मंदिर के अंदर और बाहर सादा कपड़ों में महिला एवं पुरुष पुलिसकर्मी भी तैनात रहेंगे।
मंदिर में दर्शन के लिए महिला और पुरुष श्रद्घालुओं के लिए अलग-अलग लाइन लगाई जाएगी।
मंदिर पर आने वाले कांवड़ियों द्वारा कांवड़ चढ़ाने के लिए अलग से व्यवस्था की जाएगी।

15 स्टॉल लगाए जाएंगे
बाबा अचलेश्वर मंदिर के आसपास श्रद्घालुओं में बाबा की प्रसादी का वितरण 15 स्टॉल के जरिए किया जाएगा। इन स्टॉलों पर महिला और पुरुष श्रद्घालुओं की अलग-अलग कतारें लगाई जाएंगी।

ये बांटा जाएगा
स्टॉल पर प्रसाद के रूप में श्रद्घालुओं को चाय, फू्रट क्रीम, फल, पकौड़ी, आलू बड़ा, चिप्स, नमकीन, फलहारी नमकीन, साबूदाने की खिचड़ी, खीर, बर्फी, ठंडाई आदि शामिल हैं।

18 से 20 क्विंटल फूल और बेलपत्री चढ़ाई जाएगी
मंदिर पर दो दिन में श्रद्घालुओं द्वारा 18 से 20 क्विंटल फूल और बेलपत्री चढ़ाई जाएगी। इसमें करीब 7 से 9 क्विंटल बेलपत्री और 10 से 12 क्विंटल फूल शामिल हैं।
मंदिर में शिवरात्रि तक दो दिन में श्रद्वालुओं द्वारा 37 लाख लीटर दूध और जल चढ़ाया जाएगा।


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