उड़िसा। छठी कक्षा की एक छात्रा के एक आश्रम स्कूल में एक बच्चे को जन्म देने की घटना के प्रकाश में आने के बाद उसे और उसके पांच दिन के बच्चे को कोरापुट जिला मुख्यालय स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
12 वर्षीय लड़की ओड़िशा के आदिवासी बहुल कोरापुट जिले के जेपुर प्रखंड के तहत अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छात्रों के लिए बनाए गए उमरी आश्रम स्कूल की छात्रा है. कोरापुट की जिलाधिकारी यामिनी सारंगी ने कहा कि लड़की और शिशु को सरकारी अस्पताल में ले जाया गया जब एक सरकारी दल ने सेमिलीगुडा प्रखंड में अपर कांति गांव में लड़की के घर का दौरा किया.
उन्होंने कहा, मां और बच्चा चिकित्सीय निगरानी में हैं और उनकी हालत स्थिर है. जहां बच्चे को विशेष नवजात शिशु देखभाई इकाई में भर्ती कराया गया है वहीं मां का मैटरनिटी वार्ड में उपचार चल रहा है.
लड़की ने चार फरवरी को हॉस्टल में एक बच्चे को जन्म दिया था लेकिन संबद्ध अधिकारियों ने मामले को दबाया और प्रशासन को सूचित किए बिना लड़की और नवजात को उसके घर भेज दिया था. यह मामला शनिवार की शाम को प्रकाश में आया जब जिलाधिकारी को एक शिकायत मिली और जांच का आदेश दिया गया.