खरगोन। कलेक्टर और कलेक्टोरेट पर मिलावट की रोकथाम की जिम्मेदारी होेती है परंतु सब जानते हैं कि थोड़ी सी रिश्वत के लिए मिलावटखोरों को लूट का लाइसेंस भी इसी आफिस से दिया जाता है। बीते रोज इसी आफिस के कर्मचारी व परिवारजन मिलावटखोरी के शिकार हो गए। 70 लोगों को भर्ती कराया गया है।
शहर के सीता मंगल भवन में कलेक्टोरेट कार्यालय में पदस्थ राजेंद्र गुप्ता के घर यह विवाह समारोह आयोजित हुआ था। भोजन में रस मलाई, दहीबड़े, गुलाब जामुन, मूंग का हलवा, पनीर की सब्जी, पूरी आदि व्यंजन बनाए गए थे। इन्हीं में मिलावट थी जिससे मेहमानों को फूड पॉइजनिंग हो गई।
रात्रि 1 बजे से जिला अस्पताल में मरीज पहुंचने लगे। अस्पताल में भी भीड़ जमा हो गई। तीन घंटे में करीब 70 से ज्यादा लोगों को उपचार किया गया। इन मरीजों को अलग-अलग वार्डों में भर्ती किया गया। इधर कई मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। इस घटना में करीब 67 मरीजों को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया। इनमें 26 पुरुष, 31 महिला व 10 बच्चे शामिल हैं। सिविल सर्जन डॉ. रमेश नीमा सहित अन्य चिकित्सकों ने लोगों का उपचार किया।
कलेक्टोरेट के कर्मचारी भी हुए बीमार
इस घटना में कलेक्टोरेट कार्यालय के दो स्टेनो सहित अन्य कर्मचारी व उनके परिजन भी बीमार हो गए। इस समारोह में कलेक्टर नीरज दुबे स्वयं पहुंचे थे। कलेक्टर ऑफिस के एक अधिकारी के बेटे का शादी समारोह चल रहा था। जबलपुर से वधु पक्ष के लोग भी यहीं शामिल हुए थे। इस संयुक्त आयोजन में दूल्हा और उनके पिता को भी उल्टी की शिकायत के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना के बाद जल्दबाजी में विवाह की अन्य रस्में संपन्ना कराई गई।