मप्र में बेटियों की इज्जत बचाओ, हर रोज 8 बलात्कार की शिकार

Bhopal Samachar
भोपाल। मप्र में अब बड़ा सवाल बेटी बचाने का नहीं बल्कि बेटियों की इज्जत बचाने का है। नाबालिग एवं मासूम बेटियों के साथ बलात्कार में बेतहाशा वृद्धि हो रही है।

प्रदेश में तीन महीने में 743 नाबालिग कन्याओं के साथ बलात्कार हुआ है। इनमें 5 की हत्या हो गई, जबकि दो ने आत्महत्या कर ली है। विधानसभा में विधायक रामनिवास रावत के सवाल पर लिखित जवाब में गृहमंत्री बाबूलाल गौर ने बताया कि 11 नवंबर 2014 से 31 जनवरी 2015 के बीच 718 केस बलात्कार के दर्ज हुए हैं। इनमें अजा-जजा वर्गअकी 264, पिछड़ा वर्ग की 264, सामान्य वर्गकी 115 महिलाएं हैं। इनमें से बालिग 372 है, जबकि 371 नाबालिग है। सबसे ज्यादा बलात्कार भोपाल में 55, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में एक जैसी संख्या में 28-28 हुआ हैं। अभी तक 152 आरोपी फरार चल रहे हैं।

क्षमता से ज्यादा जेलों में 8 हजारकैदी
प्रदेशकी जेलों में क्षमता से कई गुना ज्यादा कैदी है। विधायकआर डी उपाध्याय के सवाल पर लिखित जवाब में गृहमंत्री बाबूलाल गौर ने बताया 11 केंद्रीय और 29 जिला और उपजेल है। इनमें कैदियों की संख्या वर्तमान में आवास क्षमता से ज्यादा है। इन जेलों में 8 हजार से ज्यादा कैदी हैं, जो किक्ष मता से अधिक हैं।

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