मेरठ। मेरठ के बाल सुधार गृह यानि बच्चा जेल से बीती देर रात 91 किशोर फरार हो गए। लगभग ढ़ाई बजे हुई इस घटना का पता चलते ही मेरठ पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन् फानन में शहर के सभी थानों की पुलिस को एलर्ट करके सड़कों पर, बस अड्डों पर और रेलवे स्टेशन पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया।
सुबह 6 बजे तक 20 किशोर पकडे जाने की जानकारी मिली है। मेरठ के सूरज कुण्ड की घनी आबादी के बीच बने इस बच्चा जेल में फिलहाल लगभग 155 किशोर थे जो मेरठ बागपत हापुड़ गाज़ियाबाद गौतम बुद्ध नगर जिलो से सम्बंधित हैं।
बुलंदशहर जिले से सम्बंधित 45 किशोरों को कल 01 फ़रवरी को बुलंदशहर शिफ्ट कर दिया गया था। मेरठ के सम्प्रेक्षण गृह में किशोरों की संख्या ओवरलोड थी जिन्हें संभालना मुश्किल पड़ रहा था।
इसलिए यहां का लोड कम करने के लिए आसपास के सभी जिलों मे अस्थाई सम्प्रेक्षण गृह की व्यवस्था करके उन जिलों से सम्बंधित किशोरों को शिफ्ट किये जाने की कार्यवाही इन दिनों चल रही थी।
इस बीच ये घटना हो गयी है। मेरठ का बाल सम्प्रेक्षण गृह हमेशा चर्चाओ में रहा है। किशोरों के फरार होने और सुरक्षाकर्मियों के साथ किशोरों के टकराव की घटनाएं यहाँ आम बात रही हैं।
सबसे बड़ी घटना अभी हाल ही में 11 दिसंबर को घटी जब इन किशोरों से हुए टकराव में पुलिस के एक सिपाही की मौत हो गयी थी। उस घटना में 125 किशोरों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुक़दमे कायम किये गए थे।
उसके बाद एक और संगीन वारदात को पिछले महीने 9 जनवरी को अंजाम दिया गया जब मेरठ की अदालत से सम्प्रेक्षण गृह लौट रही पुलिस वैन पर हमला करके फायरिंग करके 4 किशोरों को फरार करा लिया था।
इन घटनाओं के बाद मेरठ के पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने लखनऊ से कोर्डिनेशन करके इन किशोरों को आसपास के संबधित जिलों में शिफ्ट करने की योजना बनाई ताकि मेरठ के बाल सुधार गृह पर इन किशोरों की तादात नियंत्रित की जा सके।