अगर आईफोन की खासियतों की वजह से आप उसे बनाने वाली कंपनी ऐपल इंक के मुरीद हैं तो खुश हो जाइए क्योंकि कंपनी 'आई-कार' में आपकी सवारी का इंतजाम भी कर रही है। दरअसल ऐपल एक महत्त्वाकांक्षी परियोजना पर चुपचाप काम कर रही है, जिसके तहत वह 2020 में बिजली से चलने वाला यानी इलेक्ट्रिक वाहन सड़कों पर उतार सकती है। ब्लूमबर्ग ने इस योजना की जानकारी रखने वाले सूत्रों के हवाले से बताया है कि कार बनाने का तजुर्बा नहीं होने के बावजूद ऐपल अनूठी डिजिटल कार पर काम कर रही है। इसके लिए कंपनी ने करीब 200 लोगों की एक टीम बनाई है, जो इस अनूठी कार को तैयार करने का सपना साकार करेंगे। वैसे सूत्रों ने यह भी बताया कि यदि ऐपल के अधिकारी इस परियोजना के किसी भी चरण में असंतुष्टï हो गए तो योजना को खत्म किया जा सकता है अथवा कुछ अरसे के लिए टाला जा सकता है।
कंपनी ने इस कार को विकसित करने के लिए 5 से 7 साल का समय तय किया है। उसका यह प्रयोग अगर कामयाब होता है तो टेसला मोटर्स इंक और जनरल मोटर्स को कड़ी चुनौती मिल सकती है, क्योंकि इन दोनों कंपनियों ने भी 2017 तक इलेक्ट्रिक कार उतारने का लक्ष्य रखा है, जो एक बार चार्ज होने के बाद करीब 200 मील का सफर तय कर सकती है। इस कार की लागत 40,000 डॉलर से कम रहने का अनुमान है। ब्लूमबर्ग टीवी पर वाहन बैटरी उद्योग पर लिखी किताब 'द पावरहाउस' के लेखक स्टीव लेविन ने कहा, 'यह एक ऐसा मोड़है, जहां से इलक्ट्रिक युग की शुरुआत हो सकती है।'
ऐपल को पिछली तिमाही में रिकॉर्ड 1800 करोड़ डॉलर का मुनाफा हुआ है और कंपनी के पास 17800 करोड़ डॉलर की नकदी है, जिसे कुछ क्षेत्रों में खर्च किया जा सकता है। ऐपल के मुख्य कार्याधिकारी टिम कुक पर शेयरधारकों को रिटर्न देने करने का खासा दबाव है। यही वजह है कि कुक नए क्षेत्रों में ऐपल के उत्पादों और सेवाओं पर ध्यान दे रहे हैं। इसी के तहत ऐपल कार विनिर्माण के क्षेत्र में हाथ आजमाने की तैयारी कर रही है। कंपनी डिजिटल म्यूजिक प्लेयर या स्मार्टफोन बनाने वाली पहली कंपनी ही नहीं है बल्कि जिन क्षेत्रों में इसकी मौजूदगी है, उस क्षेत्र में कंपनी के उत्पाद की अलग पहचान है। हालांकि कार की योजना के बारे में ऐपल के प्रतिनिधियों ने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
इससे पहले गूगल इंक भी एक स्वतंत्र वाहन विकसित करने के लिए वर्ष 2010 से निवेश कर रही है। ऐपल भी इस पर तेजी से काम कर रही है और पिछले कुछ महीनों से कंपनी ने बैटरी तकनीक और रोबोटिक विशेेषज्ञों की भर्तियां शुरू की है। विशेषज्ञों का कहना है कि एक अनुभवी कार निर्माता को एक नए वाहन को विकसित करने और उसे बाजार में उतारने में करीब 5 से 7 साल लग सकते हैं। लेकिन अगर आप बिल्कुल नई शुरुआत कर रहे हैं तो इसमें 10 साल या इससे भी ज्यादा का समय लग सकता है।