सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। यहां एक दहेज हत्या के मामले में पुलिस की लापरवाही प्रकाश में आई है। एक परिवार ने योजनाबद्ध तरीके से दहेज के लिए बहू की हत्या कर दी, फिर एक दिन बाद मौत का प्रलाप किया और जनाजा तैयार कर लिया, मृतका की मां ने हत्या का आरोप लगाया परंतु पुलिस ने सुनवाई नहीं की, अंतत: जनाजा रोककर मृतका के परिजनों ने लाश उठाई और थाने के सामने रख प्रदर्शन किया, तब कहीं जाकर कार्रवाई शुरू हुई।
वारासिवनी के अनुविभागीय अधिकारी पुलिस जे एन मरकाम ने बताया की मृतिका को उसके पति और ससुराल पक्ष द्वारा दहेज की मांग को लेकर प्रताडित किया जा रहा है। जिस पर पूर्व में मृतिका के मायके पक्ष ने 20 हजार रूपये दिये थे इसके बाद उनके द्वारा और रकम की मांग की जा रही थी।
उन्होने बताया की जब दहेज की मांग पूरी नही की गई तो उसके पति खालिक खान सास शाहनवाज खान, देवर हुसैन,ननद हासिना उर्फ भूरी,ननदोई खालिक खान ने वाकिला बी को जान से खत्म करने की योजना बनाई।
घटना दिनांक 1 फरवरी को इन आरोपियो ने फिर से दहेज की बात करते हुये महिला के साथ मारपीठ की और गला घोटकर हत्या कर दी। इस घटना के बाद आरोपी अलग अलग स्थान पर चले गये और 2 फरवरी को पुनः अपने घर पहुंचे और मृतिका वाकिला बी की मौत हो जाने का नाटक रचने लगे और अंतिम संस्कार की तैयारी में लग गये। अतिम संस्कार में पहुंची वाकिलाबी की मां ने जब बेटी के शरीर पर चोट के निशान देखी और चीख पडी और चिल्लाने लगी की उनकी बेटी की हत्या की गई है। मामला थाने तक पहुंचा और पुलिस ने जांच शुरू की पूछताछ के दौरान मृतिका की सास शाहनवाज खान ने वाकिलाबी की हत्या करने की बात स्वीकार की।
यह उल्लेखनीय है कि नवविवाहिता की संदेहास्पाद मौत की बात को लेकर 2 फरवरी को मायके पक्ष के लोगो ने ससुराल पक्ष के लोगो पर दहेज की मांग को लेकर हत्या करने का आरोप लगाया और थाने के सामने शव रखकर आरोपियों की गिरफतारी की मांग को लेकर शव रखकर थाने की सामने प्रदर्शन किया था। तब कही पुलिस हरकत में आई थी।