गाजियाबाद। बेटे की चाहत में कन्या और कन्या भ्रूण हत्या की बातें तो आये दिन सुनने को मिलती हैं लेकिन गाजियाबाद के साहिबाबाद से एक चौंकाने वाली घटना सामने आ रही है। साहिबाबाद के ज्ञानी बॉर्डर इलाके में रवि नाम के व्यक्ति ने बेटी की चाहत में तीन साल के मासूम बेटे की हत्या कर दी।
दिल्ली से सटे साहिबाबाद के ज्ञानी बॉर्डर इलाके में तीन साल के बेटे अंशुल की हत्या कर रवि पुलिस चौकी पहुंचा और गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
ज्ञानी बॉर्डर इलाके के गौतम विहार के प्लाट नंबर-12 में रवि अपनी पत्नी वर्षा व तीन साल के बेटे अंशुल के साथ रह रहा था। रवि सूर्यनगर के एक बुटीक में काम करता है। रवि ने पुलिस को बताया कि उसने वर्षा से आठ साल पहले शादी की थी।
पुलिस जांच में सामने आया कि बेटी की चाहत में रवि पत्नी पर दूसरा बच्चा पैदा करने का दबाव बना रहा था। पत्नी छोटा बच्चा होने के कारण इसके लिए तैयार नहीं थी। इसे लेकर गृहक्लेश बना हुआ था और आये दिन मारपीट होती थी।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि रवि शराब व गांजे का आदी है और नशा होने के बाद पत्नी पर अत्याचार करता था। पुलिस ने बताया कि बेटे की हत्या कर रवि चुपचाप घर से निकल गया। पुलिस के रवि के घर पहुंचने पर उसे पता चला कि उसका बेटा अब जिंदा नहीं है।
मेंटल डिसऑर्डर की निशानी
वरिष्ठ मनोचिकित्सक डा.संजीव त्यागी ने बताया कि जिस प्रकार से पूरी घटना हुई है वह मेंटल डिसऑर्डर का मामला है। जो व्यक्ति को भीतर ही भीतर तोड़ देता है। इस बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति को न तो कुछ अच्छा और न ही बुरा समझ आता है। तनाव व किसी बात को बार-बार सोच कर इस प्रकार के कृत्य करने पर मजबूर हो जाता है।
इससे पहले खोड़ा कालोनी में करीब दो साल पूर्व एक दादी व चाचा के द्वारा बच्ची को मारने का मामला सामने आया था। सीओ साहिबाबाद विपिन तांडा का कहना है कि पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर आरोपी गिरफ्तार कर लिया है। वर्षा के बयान भी दर्ज करवाए जा रहे हैं। हत्या के पीछे पति-पत्नी के बीच बेटी पैदा करने को लेकर झगड़ा और बच्चे को लेकर कहासुनी होना पाया गया है।