नईदिल्ली। एक पंथ दस बीस काज करने वाले शिवराज, दिल्ली में संडे को कुछ खास नहीं कर पाए। आडवाणी जी की 50वीं शादी की सालगिरह में शामिल होने के नाम पर दिल्ली पहुंचे शिवराज केवल इसी आयोजन में शामिल हो सके। मोदी से उनकी नमस्कार तक नहीं हो पाई। अंतत: नरेन्द्र सिंह तोमर को साथ लेकर प्रकाश जावड़ेकर के घर पहुंचे और वहां से वापस लौट गए।
मप्र में चल रहे व्यापमं घोटाले के कारण मीडिया लगातार उनका पीछा करती रही लेकिन वो मीडिया से नजरें बचाते हुए मिले।
मुख्यमंत्री चौहान दिल्ली में आडवाणी की शादी की 50वीं सालगिरह के मौके पर बधाई देने आए थे। इस दौरान आडवाणी के निवास पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा के तमाम दिग्गजों का जमावड़ा था, लेकिन जब शिवराज पहुंचे, तब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रवाना हो चुके थे। कुछ देर रकने के बाद मुख्यमंत्री चौहान केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ बाहर निकले और यहां से दोनों सीधे प्रर्यावरण वन राज्य मंत्री प्रकाश जावडेकर के घर पहुंचे। यहां तीनों के बीच करीब आधे घंटे चर्चा हुई। इसके बाद मुख्यमंत्री सीधे एयरपोर्ट रवाना हो गए।
दिल्ली यात्रा का व्यापमं मामले से संबंध नहीं
इससे पहले मीडिया द्वारा पूछे जाने पर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि उनकी दिल्ली यात्रा का व्यापमं मामले से कोई संबंध नहीं है। वे यहां आडवाणीजी को बधाई देने आए हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में किसी और से मिलने का कोई कार्यक्रम नहीं है। गौरतलब है कि मप्र में व्यापमं मामले को लेकर विधानसभा सत्र में काफी हंगामा हुआ था, वहीं कांग्रेस ने भी शिवराज सिंह पर कई सवाल दागे हैं। ऐसे में दिल्ली यात्रा को लेकर कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें व्यापमं मामले में दिल्ली बुलाया गया है।