भोपाल। मप्र की जनता को विधानसभा से लेकर नगरीय निकाय के चुनावों तक लगातार भाजपा को चुनने का खामियाजा भुगतना होगा। बेलगाम शिवराज सरकार खजाने भरने के लिए टैक्स के अलावा किसी अन्य विकल्प पर विचार तक नहीं कर रही है। नए बजट में एक बार फिर टैक्स बढ़ाने की तैयारियां चल रहीं हैं।
एक जमाने में सड़कों पर VAT टैक्स का विरोध करने वाली भाजपा अब सत्ता में आने के बाद VAT को ही अपनी आय का प्रमुख जरिया बना चुकी है। आम आदमी की पीठ पर VAT कोड़े की तरह पड़ रहा है परंतु अब क्या, सरकारें तो बन गईं, 5 साल कोई कुछ नहीं कर सकता।
यहां याद दिला दें कि किसी भी उत्पादत पर तमाम टैक्स लग जाने के बाद VAT लगाया जाता है। यह टैक्स के बाद डबल टैक्स है और इसी आधार पर भाजपा ने इसका विरोध किया था। भाजपा का तर्क था कि एक उत्पाद पर एक ही टैक्स लिया जाना चाहिए।
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वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा तैयार प्रस्ताव के अनुसार टीवी, फ्रिज, एयर कंडीशनर, मोबाइल फोन, वाशिंग मशीन, कार सहित सभी लक्जरी आइटमों पर एक प्रतिशत वैट बढ़ाया जाएगा। इसे आगामी कैबिनेट में लाया जा सकता है।
यह होगा असर
30 हजार की टीवी, एलईडी, एलसीडी खरीदने पर 300 स्र्पए अतिरिक्त और एक लाख की खरीदने पर 1000 स्र्पए अतिरिक्त देना होंगे।
15 हजार का फ्रिज खरीदने पर 150 और 75 हजार का खरीदने पर 750 स्र्पए अतिरिक्त देना होंगे।
3 लाख की कार खरीदने पर 3 हजार और 25 लाख की खरीदने पर 25 हजार रुपए अतिरिक्त देना होंगे।
30 हजार का एयर कंडीशनर खरीदने पर 300 और 50 हजार का खरीदने पर 500 स्र्पए अतिरिक्त देना होंगे।
10 हजार का मोबाइल फोन खरीदने पर 100 और 60 हजार का खरीदने पर 600 स्र्पए अतिरिक्त देना होंगे।