भोपाल। मप्र में शिवराज के खिलाफ पब्लिक को जुटाने और लुभाने में सफल रहे कांग्रेस के वन एन ओनली दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को सदन के भीतर मोदी को घेरने की जिम्मेदारी मिली है। सिंधिया उस टीम के प्रमुख सदस्य होंगे जो मोदी सरकार को लॉजिकल टारगेट करेंगे। ताकि रिजल्ट भी निकाले जा सकें और पब्लिक में सही मैसेज भी जाए।
बजट सत्र से पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की और संसद में अपनाई जाने वाली रणनीति पर चर्चा की। संसद में सरकार कई ऐसे विधेयकों को पारित कराना चाह रही है, जिनके जरिए कुछ अध्यादेशों को कानून में तब्दील करना है।
इस बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता ए.के. एंटनी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद, लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, निचले सदन में पार्टी के मुख्य सचेतक ज्योतिरादित्य सिंधिया और उच्च सदन में कांग्रेस के उप-नेता आनंद शर्मा शामिल थे।
सूत्रों के मुताबिक, नेताओं ने अन्य पार्टियों के साथ सदन में समन्वय कायम करने की रणनीति पर चर्चा की और इस बात पर भी मंत्रणा हुई कि सार्वजनिक महत्व के मुद्दों पर सरकार को कैसे साध कर रखा जाए।
जनता परिवार में शामिल रही पार्टियां भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के मुद्दे पर पहले ही कांग्रेस के समर्थन में हैं और जब इससे जुड़ा अध्यादेश संसद में लाया जाएगा तो विपक्ष इसके खिलाफ मजबूती से लामबंद हो सकता है।
भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के मुद्दे पर कांग्रेस ने संसद के भीतर और बाहर सरकार को निशाने पर लेने का फैसला किया है। पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी इस मुद्दे पर 25 फरवरी को जंतर-मंतर पर आयोजित विरोध प्रदर्शन की अगुवाई करेंगे। कांग्रेस इस मुद्दे पर प्रखंड, जिला एवं राज्य स्तर पर भी विरोध प्रदर्शन कर रही है।
पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले के चौरोली गांव में रविवार को एक किसान महापंचायत को संबोधित करेंगे। वह भट्टा-पारसौल, मिर्जापुर और घारबरा में ऐसी महापंचायतें पहले भी संबोधित कर चुके हैं।