नीमच। जम्मू-कश्मीर में सेना शो-पीस बनकर खड़ी है। मोदी सरकार में सीमा पर सर्वाधिक सीज फायर उल्लंघन हुआ है। सेना का मनोबल गिर रहा है। हमारे सैनिक शहीद हो रहे हैं। बस कहते रहते हैं कि समुचित जवाब कब दिया जाएगा। ओबामा की सुरक्षा के लिए देखते ही गोली मारने के आदेश दिए थे जबकि जवानों के खून से होली खेलने वालों को करारा जवाब नहीं दिया जा रहा।
यह बात राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश ने नीमच से उग्र विहार के दौरान जमुनियाकलां जैन आराधना स्थल पर गुरुवार सुबह नईदुनिया से चर्चा में कही। उन्होंने कहा- कश्मीर में अपराधों की संख्या अन्य राज्यों की तुलना में बहुत कम है। कश्मीर समस्या को कोई पार्टी सुलझाना नहीं चाहती। वहां हमारे एक आव्हान पर 300 युवाओं ने श्रीनगर के भरे बाजारों में तिरंगा यात्रा निकाली। राष्ट्रीय मुस्लिम अहिंसा मंच की अवधारणा वहीं पर बनी। इसमें अब तक देश के 11 हजार मुस्लिम जुड़ चुके हैं।
उज्जैन को पवित्र नगरी घोषित करें
उज्जैन भारतीय सभ्यता और संस्कृति की धरोहर है। 12 वर्ष में एक बार यहां दीन-दुनिया के साधु-संतों का जमावड़ा होता है। यह भूमि पावन है, संस्कारों की जनक है। इस शहर को पवित्र नगरी घोषित किया जाना चाहिए। हरिद्वार की तरह यहां पर भी मांस-मदिरा को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।
मार्च में इंदौर में होने वाले संत महाकुंभ में सर्वधर्म के संतों की मौजूदगी में इस सबंध में प्रस्ताव लाकर निर्णय लिया जाएगा। सर्वानुमति से प्रस्ताव राज्य और केंद्र सरकारों को भेजा जाएगा।