दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की कर्मचारी यूनियनों ने प्रबंधन के साथ 15 प्रतिशत वेतन वृद्धि की सहमति बनने के बाद चार दिन की देश व्यापी हड़ताल का आह्वान आज वापस ले लिया।
यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन्स (यूएफबीयू) के संयोजक एमवी मुरली ने कहा, आज की वार्ता में वेतन में 15 प्रतिशत वृद्धि पर सहमति बन गई है। बढ़ा हुआ वेतन नवंबर, 2012 से प्रभावी होगा। बैंक यूनियनों ने वेतन में 19 प्रतिशत की बढ़ोतरी की मांग के साथ 25 फरवरी से चार दिन की देशव्यापी हड़ताल पर जाने की धमकी दी थी।
आज मुंबई में हुई एक बैठक में सार्वजनिक बैंकों की कर्मचारी यूनियनों व बैंक प्रबंधन, इंडियन बैंक्स एसोसिएशन :आईबीए: के बीच 15 प्रतिशत वेतन वृद्धि को लेकर सहमति बनी और एक समझौते पर हस्ताक्षर किया गया।
नेशनल आर्गनाइजेशन आफ बैंक वर्कर्स के उपाध्यक्ष अश्विनी राणा ने कहा, हम खुश नहीं हैं क्योंकि हमारी उम्मीद थी कि बैंक कर्मचारियों को जितनी वेतन वृद्धि पिछली बार- 17.5 प्रतिशत मिली थी, उतनी ही इस बार भी मिले। राणा ने स्पष्ट कहा, हमने एकता और सर्वसम्मति के हित में समझौते पर हस्ताक्षर किया है। बैंक कर्मचारियों को अब एक महीने में दो शनिवार को अवकाश मिलेगा।
एआईबीईए के महासचिव सी.एच. वेंकटचलम ने कहा, बैंक कर्मचारियों के लिए दूसरे और चौथे शनिवार को अवकाश की मांग पर भी सहमति बन गई है। यह मांग लंबे समय से की जा रही थी।