ग्वालियर। पेडन्यूज कांड में बुरी तरह फंस चुके मप्र के स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने अब इस मामले के एकमात्र गवाह एवं कांग्रेसी नेता घनश्याम सिंह को मैनेज कर लिया है और इसी के चलते घनश्याम सिंह गवाही से मुकरने की तैयारी कर रहे हैं। इस तरह की अफवाहें लगातार फैल रहीं हैं क्योंकि मामले में घनश्याम सिंह लगातार चुप्पी साधे हुए हैं।
इस मामले में फरियादी, पूर्व विधायक व कांग्रेस नेता राजेन्द्र भारती ने कांग्रेस के पूर्व विधायक घनश्याम सिंह के संबंध में राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव को पत्र भेजा है। पत्र में अवगत कराया है कि नरोत्तम मिश्रा की पेड न्यूज मामले की सुनवाई चुनाव आयोग में चल रही है। इस संबंध में घनश्याम सिंह को अपना शपथ पत्र प्रस्तुत करना है, लेकिन उनके हस्ताक्षरित शपथ पत्र प्राप्त नहीं हुआ है। साथ ही उनकी गवाही भी जरूरत है, मगर उनका जवाब नहीं मिला है। इससे सुनवाई प्रभावित हो रही है। 12 फरवरी को भारत निर्वाचन आयोग में पेड न्यूज मामले की सुनवाई होनी है। इस सुनवाई में श्री मिश्रा, श्री भारती व श्री सिंह को बुलाया है।
घनश्याम सिंह को बनाया था गवाह
नरोत्तम मिश्रा की पेड न्यूज मामले की जब शिकायत की गई थी, तब घनश्याम सिंह को गवाह बनाया गया था। इसलिए उनकी गवाही होना जरूरी है। विशेषज्ञों के मुताबिक अगर घनश्याम सिंह की गवाही नहीं होती है तो केस पर असर पड़ सकता है।
क्या है मामला
वर्ष 2008 के विधान सभा चुनाव में नरोत्तम मिश्रा ने अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए अखबारों में पैसे देकर खबरें प्रकाशित कराई थी, जिसका ब्यौरा खर्च में नहीं दिया था। राजेन्द्र भारती ने इस पूरे मामले की शिकायत निर्वाचन आयोग में की थी।
इनका कहना है
चुनाव आयोग में मुझे शपथ पत्र देना है और गवाही होने की सूचना नहीं मिली है। राजेन्द्र भारती से एक बार ही चर्चा हुई थी। उनके अधिवक्ता से भी जानकारी मिली थी कि मेरी चुनाव आयोग में कोई जरूरत नहीं है।
घनश्याम सिंह, पूर्व विधायक व कांग्रेस नेता दतिया
घनश्याम सिंह ने वर्ष 2008 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। इसलिए उन्हें अपने खर्च के संबंध में शपथ पत्र देना है। उनकी गवाही भी होनी है।
राजेन्द्र भारती, पूर्व विधायक