नई दिल्ली। राजनीति में किरण बेदी की शुरूआत वैसी नहीं हो पा रही है जैसी की सोची गई थी। ना तो किरण बेदी दिल्ली में सीधे केजरीवाल से लोहा ले पाईं और ना ही अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं का साथ बटोर पा रहीं हैं। वोटर्स की सदभावना बटोरने के लिए उन्होंने आज आंसू भी बहा दिए परंतु बेवजह।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार का दौर इस समय चरम पर है। किरण बेदी भी आज सुबह से ही कृष्णा नगर में रोड शो पर निकली हुई हैं लेकिन लोगों को कड़क मिजाज किरण बेदी का आज एक अलग ही रूप देखने को मिला। चुनाव प्रचार के दौरान किरण बेदी रो पड़ीं। उन्होंने कहा, ''लोगों से मुझे जितना प्यार मिला है, उसे बयां करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं।'' दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार का गुरुवार को आखिरी दिन है।
किरण बेदी कृष्णा नगर सीट से विधानसभा चुनाव लड़ रही हैं, जो भाजपा का गढ़ रहा है। इससे पहले कृष्णा नगर से डॉ हर्षवर्धन चुनाव लड़ते रहे हैं। दिल्ली में 7 फरवरी को विधानसभा चुनाव हैं, जिसका परिणाम 10 फरवरी को आएगा।
लोग समझ नहीं पाए कि ऐसा कितना प्यार दिया था जो बुधवार को ही रोना पड़ा। सोशल मीडिया पर उनके आंसुओं पर भी तंज कसे जाने लगे हैं। जिक्र करते चलें कि किरण बेदी को दिल्ली में केजरीवाल से मुकाबला करने के लिए लाया गया था परंतु किरण बेदी इस दंगल में उतर ही नहीं पाईं, अंतत: खुद नरेन्द्र मोदी को केजरीवाल के साथ पहलवानी करने आना पड़ा।