मुम्बई। मुम्बई स्थित कांडीवली के गुजराती कारोबारी ने ऑनलाइन ज्वैलरी वेबसाइट से अपनी पत्नी के लिये 12 लाख रुपये की कीमत वाले सॉलीटेयर इयररिंग खरीदे। करीब पन्द्रह दिन ऑनलाइन साइट की विश्वसनीयता जांचने के बाद ही क्रेडिट कार्ड को स्वाइप किया। इसी प्रकार दिल्ली के एक कारोबारी ने दो लाख रुपये का टीवी और पांच लाख रुपये का फर्नीचर लोकप्रिय ई-कॉमर्स साइट से खरीदा। ये वे लोग हैं जो महंगे उत्पाद भी ऑनलाइन खरीदना पसंद कर रहे हैं।
ऐसे में हम अब यह नहीं कह सकते हैं कि ऑनलाइन बाजार परिधान या एसेसरीज की खरीद तक सीमित है। लग्जरी खरीददार अब महंगी शॉपिंग भी कर रहे हैं। विश्वसनीयता का डर अवश्य है लेकिन जांच परख कर खरीद की जा रही है। ई-कॉमर्स बिक्री में डिस्काउंट प्राइसिंग सफल फंडा है। अब ऑनलाइन रिटेलर्स बैकग्राउंड चैक, रिटर्न पॉलिसीज आदि विषयों पर गौर कर रहे हैं ताकि खरीद प्रक्रिया को विश्वसनीय बनाया जा सके।
ऑनलाइन ज्वैलरी रिटेलर डिवाइन सॉलिटेयर के संस्थापक और प्रबंध निदेशक जिग्नेश मेहता ने कहा है कि वे अपने उपभोक्ताओं को यह समझा रहे हैं कि डायमंड बेहतरीन निवेश विकल्प है। उनके पास पारदर्शी बाय बैक पॉलिसी है। ऑनलाइन फर्नीचर रिटेलर अरबन लैडर में रतन टाटा ने स्टेक लिया है और उसके बाद बिक्री में बढ़ोतरी हुई है। ब्राण्ड पर रतन टाटा की विश्वसनीयता की छाप लगी है और वे बड़े उत्पाद जैसे सोफा आदि की बिक्री भी काफी कर रहे हैं।
भारत की भरोसेमंद आॅनलाइन शॉपिंग साइट