जबलपुर। शिर्डी के साईं बाबा मुस्लिम नहीं हिन्दू संप्रदाय के रहे। उनका नाम भागमल थानवी था। हम उनके परिवार से अच्छी तरह से परिचित हैं। यह बात ज्योतिष पीठाधीश्वर जगद्गुरू शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती महाराज बद्रिकाश्रम ने शनिवार को चर्चा में कही।
शंकराचार्य वासुदेवानंद शहर में रविवार को होने वाले विश्व हिन्दू परिषद के सम्मेलन में शामिल होने आए हैं। आरओ चेम्बर बल्देवबाग में चर्चा के दौरान शंकराचार्य वासुदेवानंद ने कहा कि भागमल (साईं बाबा) मूलत: राजस्थान के जोधपुर जिले के फलौदी गांव के निवासी रहे। वे 4 भाई व उनके पिता दो भाई थे। साईं बाबा के भाई के पौत्र देवनारायण थानवी जोधपुर हाईकोर्ट के अवकाश प्राप्त जस्टिस हैं।
केशवानंद सरस्वती के शिष्य
शंकराचार्य ने बताया कि साईं बाबा और नेपाली बाबा जूना अखाड़े के चारमढ़ी के केशवानंद सरस्वती के शिष्य थे। साईं बाबा की समाधि मंदिर शिर्डी और नेपाली बाबा की समाधि मंदिर जोधपुर में है। शंकराचार्य वासुदेवानंद ने नेपाली बाबा की समाधि मंदिर में पूजन करना बताया।
गंगा की सफाई में समय लगेगा
शंकराचार्य ने कहा कि मोदी सरकार ने पवित्र गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए योजना बनाकर काम शुरू कर दिया है। गंगा की सफाई में समय लग सकता है, लेकिन इस योजना वे संतुष्ट हैं।
नर्मदा में फैक्ट्रियों की गंदगी मिलने से रोको
उन्होंने कहा कि शहर में जीवनदायिनी मां नर्मदा की धारा है। नर्मदा में शहरी प्रदूषण नहीं है, लेकिन इसमें फैक्ट्रियों का गंदा पानी मिलने से रोकना बहुत जरूरी है। नहीं तो नर्मदा में जल प्रदूषण लगातार बढ़ता जाएगा और सरकार को इसके लिए गंगा को बचाने जैसी बड़ी योजना बनानी पड़ेगी।