भोपाल। मध्यप्रदेश सचिवालयीन कर्मचारी संघ से जुड़े कर्मचारियों व अधिकारियों ने आज शनिवार को वल्लभ भवन के सामने एक दिवसीय धरना दिया। इस यहां पर सुंदरकांड का पाठ भी किया गया।
अपनी 34 सूत्रीय मांगों को लेकर मंत्रालय के अधिकारियों-कर्मचारियों ने आज शनिवार को मंत्रालयीन कर्मचारी संघ के बैनर तले धरना दिया। इस मौके पर उन्होंने सुंदरकांड का पाठ भी किया। सुबह 11 बजे से गेट नंबर एक पर फेंसिंग के भीतर धरने के दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री के आश्वासनों के बाद भी अधिकारी न्यायसंगत मांगों को लंबे समय से अटकाए हुए हैं। भृत्य संवर्ग को तीसरा समयमान-वेतनमान विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक नहीं होने से अटका है। अधिकारियों के 17 पद खाली हैं।
पांच साल की सर्विस के फार्मूले में मुख्यमंत्री द्वारा एक साल की छूट देने के बाद भी प्रमोशन नहीं हुए। गौरतलब है कि कल शुक्रवार 6 फरवरी को धरने के संबंध में एक विशाल आमसभा हुई थी, जिसमें बड़ी संख्या में अधिकारियों, कर्मचारियों ने हिस्सा लिया और लगभग 2 हजार लोगों ने धरने पर बैठने के संबंध में सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए थे।
मंत्रालयीन कर्मचारी संघ से जुड़े तमाम सदस्य लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर राज्य सरकार को आगाह करते रहे हैं। संगठन के अध्यक्ष सुधीर नायक ने इंडिया वन समाचार को बताया कि अफसरशाही के चलते मंत्रालयों में काम करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों की न्यायसंगत मांगों को लंबे समय से अनदेखा किया जा रहा है। इसलिए आज शनिवार को धरना दिया गया है।