मतदान के दूसरे दिन मिलेे एक सैेकड़ा से अधिक मतपत्र

Bhopal Samachar
जगदीश शुक्ला/मुरैना। जनपद पंचायत जौरा की बघौरा ग्राम पंचायत में निर्वाचन कार्य में लगे अधिकारी कर्मचारियों पर मिली भगत कर तीसेरेे नंबर के उम्मीदवार को जिताने का सनसनी खेज आरोप लगा हैं। यह सनसनी खेज आरोप सरपंच पद के पराजित प्रत्याशीगण सुरेश सिंह सिकरवार,भगवती शर्मा,विश्बनाथ सिंह सिकरवार ने संयुक्त तौर पर एक आवेदन सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी को सौंपते हुए।

जानकारी के अनुसार बघौरा ग्राम पंचायत में सरपंच पद पर नरेन्द्र सिंह सिकरवार को विजयी घोषित किया गया है। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी को सौंपे आवेदन में पराजित प्रत्याशियों ने कहा है कि निर्वाचन कार्य में संलग्र अधिकारियों ने मिलीभगत कर लाखों का लेनदेन कर पराजित प्रत्याशी को जिता दिया है। आवेदन में कहा गया है कि मतगणना के समय मतपेटियों की शील खुली हुई होने एवं एक साथ दोनों मतपेटियों की गणना बगैर अभिकर्ता की मौजूदगी में कराने का आरोप भी लगाया गया है। आवेदकों ने आवेदन में मतदान के दूसरे दिन छह फरवरी को शासकीय कॉलेज केम्पस में ग्राम पंचायत के एक सैकड़ा से अधिक वैध मतपत्र लावारिश हाल में पड़े होने का भी आरोप लगाया गया है। आवेदन के साथ आवेदकों द्वारा एक सीडी भी सहायक निर्वाचन अधिकारी को बतौर साक्ष्य सौंपी है जिसमें मतपेटी जमा करने बाले काउण्टर के पास कुछ मतपत्र पड़े होने एवं एक कर्मचारी द्वारा उन्हें समेटकर ले जाते हुए दिखाया गया है।

जानकारी के अनुसार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के द्वितीय चरण के लिये जौरा जनपद की ग्राम पंचायतों के लिये दिनांक पांच फरवरी को मतदान संम्पन्न हुआ था। मतदान के बाद मतपेटियां भी उसी दिन शासकीय कॉलेज जौरा में मतदान कर्मियों द्वारा जमा कराई गईं थीं। बताया जाता है कि मतदान के दूसरे दिन कॉलेज पहुंचे कुछ कर्मचारियों ने मतदान सामग्री जमा कराने के काउण्टर के पास कुछ मतपत्र लाबारिश हाल टेबिल के नीचे पड़े मिले थे। उसी समय मतपत्रों की व्हीडियो कुछ लोगों ने बनाईं थीं। बताया जाता है कि इसकी जानकारी मिलने पर निर्वाचन अधिकारियों के निर्देशों पर उक्त मतपत्र को उठवाकर कहीं रखबाया गया। इसकी सीडी कुछ लोगों ने तैयार की थी। जानकारी के अनुसार सीडी में सरपंच पद के लिये उपयोग किये गये नीले रंग के मतपत्र एवं कुछ गुलाबी रंग के कागज दिख रहे हैं,इन कथित मतपत्रों को निर्वाचन कार्य में लगे कुछ कर्मचारियों के निर्देश पर एक कर्मचारी द्वारा समेटकर ले जाते हुए भी दिखाया गया है। सीडी के उजागर होने से निर्वाचन प्रक्रिया केसंदिग्ध होने के साथ कर्मचारियों की विश्वसनीयता पर भी सबालिया निशान लगने लगा है।

प्रत्याशी के पिता की मतगणना में ड्यूटी चर्चाओं में
बघौरा ग्राम पंचायत के पराजित प्रत्याशियों के द्वारा लगाये गये आरोप इस बात से भी सही प्रतीत होते हैं कि ग्राम पंचायत बघौरा में जिस प्रत्याशी को विजयी घोषित किया गया है,उसके पिता की ड्यूटी भी मतगणना में लगाई गई थी। जबकि नियमानुसार चुनाव की निष्पक्षता बनाये रखने के लिये किसी भी प्रत्याशी के निकटवर्ती रिश्तेदार की मतगणना में ड्यूटी लगाना अनुचित है।

मतगणना में भी दिया बिलंव से प्रवेश
पराजित प्रत्याशियों द्वारा संयुक्त रूप से सौंपे गये आवेदन में मतगणना स्थल पर प्रबेश में बिलंव एवं एक मात्र मतगणना अभिकर्ता होने के बावजूद एक साथ मतदान केन्द्र क्रमांक 15 एवं 16 की गणना एक साथ अलग-अलग टेबिलों पर करने का आरोप भी लगाया गया है।


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