भोपाल। पं. दीनदयाल उपाध्याय की 47वीं पुण्यतिथि आज भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यालय पं. दीनदयाल परिसर में समर्पण दिवस के रूप में आयोजित की गयी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष, सांसद श्री नंदकुमार सिंह चौहान, प्रदेश संगठन महामंत्री श्री अरविन्द मेनन, वरिष्ठ मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने पं. दीनदयाल उपाध्याय जी, डा. श्यामाप्रसाद मुखर्जी, पितृपुरूष श्री कुशाभाऊ ठाकरे जी, श्रीमती राजमाता सिंधिया जी की प्रतिमा पर पुष्पाजंली अर्पित की।
प्रदेश कार्यालय में आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि एकात्म मानववाद के प्रणेता पं. दीनदयाल उपाध्याय जी ने समाज के अंतिम व्यक्ति की पीड़ा से मुक्ति का जो मार्ग बताया है उस पर चलकर हमें समाज के प्रति समर्पित भाव से सेवा करना है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राजनीति हमारा धर्म है। पं. दीनदयाल उपाध्याय जी कहा करते थे कि वंचित ही हमारा भगवान है। मध्यप्रदेश में एकात्म मानवदर्शन पर आधारित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई है, जिसका सफल क्रियान्वयन हो चुका है। हम सभी कार्यकर्ताओं को जनता की भलाई के कार्य करते हुए आगे बढ़ना है और स्वर्णिम भारत का निर्माण करना है।
उन्होनें कहा कि पितृ-पुरूष स्व. कुशाभाऊ ठाकरे जी चाहते थे कि पार्टी संचालन के लिए हम दूसरों के मुखापेक्षी न रहे। उन्होनें कार्यकर्ताओं के बलवूते पर पार्टी का वित्तीय पोषण करने के लिए आजीवन सहयोग निधि संग्रह का कार्य आरंभ किया गया। भारतीय जनता पार्टी ने दल के कार्य संचालन के लिए कार्यकताओं से अंशदान आजीवन सहयोग निधि के रूप में लेकर दल को स्वावलंबी बनाया है। इससे सभी कार्यकर्ता अपने खून-पसीने से अर्जित कमाई में से एक लघु अंष पार्टी को समर्पित करके आनंद एवं संतोष का अनुभव करेगें। उन्होनें कहा कि सभी कार्यकर्ताओं के विनम्र सहयोग से ही पार्टी आगे बढ़ेगी, प्रदेश और देश में पार्टी की स्वावलंबी छवि बनेगी। उन्होनें पं. दीनदयाल उपाध्याय को श्रृद्धा-सुमन अर्पित करते हुए कहा कि उन्होनें जो एकात्म मानवदर्शन हमें दिया है, प्रदेश सरकार ने उसे अपने विकास कार्यक्रमों में रूपातंरित कर समाज के अंतिम व्यक्ति को समुन्नत बनाने का बीड़ा उठाया है।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री नंदकुमारसिंह चौहान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अब किसी औद्योगिक घराना अथवा धन्ना-सेठों के आगे हाथ नहीं फैलायगी। उन्होनें कहा कि दुनिया में जितने भी वाद है, वह असफल हो चुके है। आज एकात्म मानववाद कालजयी दर्शन बन चुका है। मध्यप्रदेष के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने एकात्म मानवदर्शन के मार्ग पर चलकर अंतिम व्यक्ति के अंतिम व्यक्ति की चिंता की है, जिससे जनता सुशासन, सुरक्षा एवं विकास की अनुभूति कर रही है। मध्यप्रदेश एकात्म मानवदर्शन का कार्यशाला बन चुका है।
आजीवन सहयोग निधि के प्रदेश प्रभारी श्री रघुनंदन शर्मा ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय जी ने राजनीति में ऐसा अनूठा दर्शन दिया है जिससे विश्व को दिशा मिल सकती है। उनके चिंतन से भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा निर्बाध गति से चल रही है। उन्होनें कार्यकर्ताओं से आग्रह करते हुए कहा कि अधिक से अधिक संख्या में समर्पण निधि का संग्रह करें। बाद में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, श्री रामेश्वर शर्मा सहित पदाधिकारियों एवं सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने आजीवन सहयोग निधि का समर्पण किया। जिला अध्यक्ष एवं महापौर श्री आलोक शर्मा ने अतिथियों का स्वागत एवं आभार व्यक्त किया।
समर्पण दिवस के अवसर पर प्रदेश संगठन महामंत्री श्री अरविंद मेनन, वरिष्ठ मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता, सांसद श्री आलोक संजर, प्रदेश प्रवक्ता एवं विधायक श्री विश्वास सारंग, श्री रामेश्वर शर्मा, विधायक श्री सुरेंद्र नाथ सिंह, प्रदेश कार्यालय प्रभारी श्री गोविन्द आर्य, प्रदेश कार्यालय मंत्री श्री सत्येन्द्र भूषण सिंह, प्रदेश संवाद प्रमुख डा. हितेष वाजपेयी, सह संवाद प्रमुख श्री संजय गोविन्द खोचे, खनिज निगम के उपाध्यक्ष श्री गिरिराज किशोर, श्री रवीश चौहान, श्री बसंत गुप्ता, श्री रामदयाल प्रजापति, डा. लक्ष्य भारद्वाज, सुश्री सरिता देशपांडे, श्री भगवानदास सबनानी, श्रीमती शशि सिन्हो, श्रीमती भारती अग्रवाल, श्री राजकुमार शुक्ला, श्री रतन यादव, श्री जितेन्द्रपाल सिंह गिल, श्री अनिल अग्रवाल लिलि, श्री सत्यार्थ अग्रवाल, श्री अशोक सैनी, श्री सुधीर जाचक, श्रीमती वंदना जाचक, श्री राम बंसल, श्री विकास विरानी, श्री सलीम कुरैशी, श्री सुनील सोनी, श्री सुनील चौहान, श्री अशोक चौहान, श्री राजेन्द्र गुप्ता सहित जिला पदाधिकारी, मंडल पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।