रेत की रंजिश: जवानों पर ग्रामीणों का हमला, जान बचाकर भागे सिपाही

मुरैना। सुबह करीब साढ़े नौ बजे पिपरई स्थित पटवारी प्रशिक्षण केंद्र के पास डंप रेत जब्त करने गए एसएएफ और वन विभाग के मुठ्ठी भर जवानों को तब भागना पड़ा, जब गांव वालों ने एकत्रित होकर एक डंपर पर पथराव कर दिया। डंपर के साथ फोर्स नहीं था। इसलिए उसमें बैठे तीन एसएएफ जवानों को भागना पड़ा। लोगों में आक्रोश देख। एसएएफ के जवान डंपर छोड़कर लौट आए। बाद में भारी फोर्स लेकर रेत उठवाकर लाया गया।

जानकारी के अनुसार सुबह वन विभाग को पता चला कि पटवारी प्रशिक्षण केंद्र के पास पपरई में करीब 20 डंपर रेत डंप है। सूचना पर करीब आठ से दस वन विभाग और एसएएफ के जवान सुबह साढ़े नौ बजे दो डंपर और एक जेसीबी लेकर मौके पर पहुंचे। यहां पर एक डंपर में रेत भरवा कर तीन एसएएफ जवानों के साथ डंपर मुरैना के लिए रवाना किया गया। डंपर के साथ फोर्स न होने से पिपरई गांव के रास्ते पर आठ दस ग्रामीणों ने डंपर पर पत्थर फैके। जिससे डंपर के कांच टूट गए। ऐसे में डंपर में सवार जवान भागे और बाकी फोर्स भी गाड़ी से देवरी आया। इसके बाद रेंजर सुखदेव शर्मा की अगुवाई में करीब 50 हथियार बंद एसएएफ जवान मौके पर पहुंचे। इसके बाद फोर्स की उपस्थिति में डंप रेत को भरवाया गया और जप्त करके लाया गया।

फोर्स पहुंचते ही गांव हो गया खाली
जैसे ही ग्रामीणों को पता चला कि देवरी से भारी बल गांव आ रहा है तो गांव के सभी पुरुष सदस्य गांव छोड़ गए। इसके बाद रेत जप्त करने की कार्रवाई पूरी होने तक एसएएफ व वन विभाग के कैमरे चलते रहे और सुरक्षा के साथ रेत के डंपरों को मुरैना लाया गया।

पुलिस से फोर्स मांगा, पर नहीं मिला
डंप रेत को उठाने के लिए व विभाग ने पुलिस थाने से भी मदद मांगी लेकिन उन्हें फोर्स नहीं मिला। टीआई प्रवीण कुमार के मुताबिक फोर्स इसलिए नहीं दिया जा सका, क्योंकि उस समय फोर्स कहीं गया हुआ था।

नहीं दर्ज कराई एफआईआर
रेत जप्त करने के दौरान वन विभाग की कस्टडी में आए डंपर पर पथराव होने के मामले में वन विभाग ने पुलिस में कोई आवेदन दिया और नहीं कोई एफआईआर दर्ज कराई है। अधिकारियों के मुताबिक डंपर में कुछ लड़कों ने शरारत करके पत्थर मार दिया था। जिससे कांच चटक गया। इसलिए इस मामले में एफआईआर नहीं करवाई गई।

इस तरह की कार्रवाई करते रहते हैं। सुबह एक डंपर को रवाना कर दूसरे को भरा जा रहा था। डंपर को अकेला आता देख किसी ग्रामीण ने पत्थर मारकर कांच तोड़ दिया। इसके बाद बतौर सावधानी और बल मौके पर बुला लिया था। कोई बड़ी घटना नहीं हुई है। बड़ी कार्रवाई पुलिस फोर्स के साथ ही की जाती है।
विंसेंट रहीम, डीएफओ मुरैना

घटना की हमें कोई जानकारी नहीं है। वन विभाग ने फोर्स मांगा था लेकिन हमारा फोर्स कहीं गया था। पथराव आदि जैसी कोई शिकायत नहीं आई है हमारे पास।
प्रवीण कुमार, टीआई सिविल लाइन

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!