मयूर शेट्टी/मुंबई। चालू साल के अंत तक एक लाख बैंक एटीएम पर कार्डलेस कैश विद्ड्रॉल की सुविधा उपलब्ध होगी । इसके अलावा कैश देने की सुविधा प्रदान करने वाली लाखों दुकानों पर भी कार्डलेस विद्ड्रॉल फसिलिटी उपलब्ध होगी।
क्या है कार्डलेस कैश विद्ड्रॉल सर्विस
इस सर्विस में एटीएम से कैश निकालने के लिए एटीएम कार्ड की जरूरत नहीं पड़ती है। इसी कारण इस सर्विस को कार्डलेस कैश विद्ड्रॉल कहा जाता है। बैंक के खाता धारक अपने बैंक को एसएमएस या किसी ऐप की मदद से किसी खास मोबाइल फोन नंबर पर फंड ट्रांसफर करने की अनुमति देते हैं। इसके बाद बैंक खाता धारक के साथ साथ फंड प्राप्तकर्ता (जिसको पैसा ट्रांसफर किया जाना है) के मोबाइल नंबरों पर दो कोड भेजता है। फंड प्राप्तकर्ता को कैश निकालने के लिए एटीएम में इन दोनों कोर्ड को डालना होता है।
बैंक ऑफ इंडिया और कोटक महिन्द्रा बैंक अपने कस्टमर्स को मोबाइल फोन की मदद से किसी को भी पैसा भेजने की सुविधा पहले से ही प्रदान कर रहे हैं। अब स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और पंजाब नैशनल बैंक भी कार्डलेस विद्ड्रॉल सुविधा प्रदान करने की तैयारी में है।
यह सर्विस आईएमटी पेमेंट सिस्टम के कॉन्सेप्ट को लागू किए जाने के बाद संभव हो पाई है। इसका निर्माण फ्रेंट टेलिकॉम्युनिकेशन फर्म अल्काटेल-लुसेंट के पूर्व ऐग्जिक्युटिव रवि राजगोपालन द्वारा स्थापित ईएमपेज पेमेंट सिस्टम ने किया।
हालांकि कुछ बैंक पहले से ही कार्डलेस विद्ड्रॉल सर्विस प्रदान कर रहे हैं, लेकिन यह सेवा इन्ही बैंकों को कस्टमर्स द्वारा पैसा भेजे जाने तक सीमित है। आईएमटी अपने सभी मेंबर बैंकों को साथ लाकर यह सर्विस प्रदान करेगा। राजगोपालन ने बताया, 'मल्टि बैंक आईएमटी सिस्टम का सदस्य बनने के लिए मौजूदा मेंबर बैंकों को अपने आईटी सिस्टम्स में किसी प्रकार का तकनीकी बदलाव नहीं करना होता है। हम सिर्फ एक सॉफ्टवेयर ब्लॉक को हटाते हैं जिसके बाद आईएमटी सभी बैंकों के लिए काम करता है।
आईएमटी सिस्टम की एक और खासियत यह है कि यह सिर्फ एटीएम में ही काम नहीं करता है बल्कि दुकानों के माध्यम से भी इस सेवा को हासिल किया जा सकता है। राजगोपालन ने बताया, 'आईएमटी एटीएम के साथ साथ सेल टर्मिनल्स पॉइंट पर भी काम कर सकता है। इसके लिए सिर्फ एक डिवाइस की जरूरत होगी जिसकी मदद से प्रमाणिकता के काम को अंजाम दिया जा सके।'