नरसिंहपुर। पाई-पाई जोड़कर खाते में जमा की, इस उम्मीद के साथ कि बेटी के हाथ पीले करेंगे या घर-परिवार का जरूरी काम कर लेंगे। पर जब खातों की नब्ज टटोली तो उसमें जमा की राशि गायब थी। तो कई खातेदारों के हाथ-पैर फूल गए। डाकघर की खमतरा शाखा में खातों से राशि गायब होने की शिकायत पुलिस तक पहुंची है।
मुख्यालय से लगे खमतरा डाकघर शाखा से जुड़े बहुत से ग्रामीण सोमवार को जिले के प्रधान डाकघर पहुंचे और उन्होंने अपने खातों में जमा राशि के बारे में जानकारी ली तो पता चला कि उनके खातों में रकम जमा नहीं है, बल्कि कई खातों में लंबे समय से लेन-देन भी नहीं है। ग्रामीणों के पास डाकघर की पासबुकें और जमा की गई राशि के बदले डाकघर से मिली पर्ची के मुताबिक उन्होंने खातों में बड़ी रकम जमा की, लेकिन डाकघर के लेजर खाता-बहियों में यह राशि गायब है।
ग्रामीणों के अनुसार डाकघर की ब्रांच उनके गांव में कई वर्षों से संचालित है, जिसमें सेवाएं देने वाले एक डाककर्मी ने ही ग्रामीणों के खाते खुलवाए और खातों के लेनदेन का संचारण-संधारण भी वही करता था। खातेदारों की पासबुक में जो भी प्रवृष्टियां हैं, वह डाककर्मी ने ही की हैं।
कहीं-कहीं कुछ ग्राहकों को रसीद भी थमाई गई हैं पर अब ग्रामीण दुविधा में हैं कि आखिर पैसे गए कहां। इसका खुलासा भी इस तरह हुआ कि रामजी पिता शंकरलाल कुर्मी को बिटिया की शादी के लिए रुपयों की जरूरत पड़ी। रामजी के अनुसार उसने खाते में करीब 7 लाख रु. अब तक जमा किए थे। लेकिन जब वह पैसा निकालने मुख्य डाकघर आया तो काउंटर पर पता चला कि खाते में मात्र 7 हजार ही जमा हैं।
जब इसकी जानकारी उसने गांव में अपने परिचितों को दी तो कई और खातेदार एकत्रित हुए, उन्होंने भी पूछपरख की तो पता चला कि उनके खातों में भी राशि है ही नहीं। एक और ग्रामीण डोमनसिंह कुर्मी के खातों से भी राशि गायब है। सोमवार की देर शाम कई ग्रामीण शिकायत दर्ज कराने स्टेशन गंज स्थित पुलिस चौकी पहुंचे, जहां उनके आवेदन लिए गए।