नईदिल्ली। विमान का ईंधन पहले पेट्रोल से सस्ता था, अब डीजल से भी सस्ता हो गया। सरकार ने इसकी कीमतों में 11.3 प्रतिशत की भारी कटौती की है। जहां एक ओर बेरोजगार के पेट्रोल और किसान के डीजल पर टैक्स बढ़ाया जा रहा है वहीं रईसों के विमान के ईंधन को लगातार सस्ता किया जा रहा है।
एक पखवाड़े में होने वाले संशोधन में अभी तक पेट्रोल व डीजल कीमतों में बदलाव नहीं हुआ है। पेट्रोलियम कंपनियों ने आज विमान ईंधन या जेट फ्यूल के दाम 5,909.9 रुपए प्रति किलोलीटर या 11.27 प्रतिशत घटाने की घोषणा की है। इससे एटीएफ के दाम दिल्ली में घटकर 46,513.02 रुपए प्रति किलोलीटर पर आ गए हैं।
इससे पहले एटीएफ कीमतों में एक जनवरी को सबसे अधिक 7,520.52 रुपए प्रति किलोलीटर या 12.5 प्रतिशत घटाया गया था। इससे अब एटीएफ की कीमत डीजल से भी कम हो गई है।
पिछले महीने एटीएफ की कीमत दिल्ली में घटकर 52.42 रुपए प्रति लीटर पर आ गई थी। उस समय पेट्रोल का दाम 58.91 रच्च्पये लीटर था। आज की कटौती के बाद एटीएफ की कीमत 46.51 रुपए प्रति लीटर रह गई है और यह डीजल से भी सस्ता हो गया है। डीजल का दिल्ली में दाम 51.52 रुपए प्रति लीटर है। परंपरागत रूप से वाहन ईंधन गुणवत्ता में एटीएफ से कम होता है और उसकी कीमत भी कम होती है।
लेकिन नवंबर के बाद से पेट्रोल व डीजल पर सरकार ने चार बार उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी की है, जिसकी वजह से वाहन ईंधन एटीएफ से महंगा गया है। इस दौरान पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 7.75 रुपए प्रति लीटर व डीजल पर 7.50 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है।
पिछले साल अगस्त से पेट्रोल कीमतों में नौ बार में 14.69 रुपए लीटर की कटौती हुई है। वहीं अक्तूबर में डीजल को नियंत्रणमुक्त किए जाने के बाद से इसकी कीमत में 10.71 रुपए लीटर की कटौती हुई है। एटीएफ पर आठ प्रतिशत का उत्पाद शुल्क लगता है।
आज की कटौती के बाद अगस्त से एटीएफ के दाम सात बार घटाए जा चुके हैं। किसी एयरलाइन की परिचालन लागत में एटीएफ की हिस्सेदारी 40 प्रतिशत बैठती है। हालांकि, एटीएफ कीमतों में कटौती के बाद यात्री किरायों पर पड़ने वाले असर के बारे में किसी एयरलाइंस से तत्काल प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है।