इंदौर। परदेशीपुरा में मंगलवार देर रात हुई ड्राइवर की हत्या का खुलासा हो गया है। डॉन बनने की चाहत में एक किशोरी ने तीन साथियों के साथ यह वारदात की। आरोपी लूटपाट करने निकले थे। ड्राइवर ने पैसे देने से इंकार किया तो आरोपियों ने उसे चाकू से गोद दिया। किशोरी ने भी वार किए थे। वह कई दिन से साथियों को कह रही थी कि मौका आने पर मुझे आजमा लेना।
एसपी ईस्ट ओपी त्रिपाठी ने गुरुवार को बताया कि मालवा मिल रोड स्थित एनटीसी ग्राउंड पर एक अधेड़ घायल मिला था, जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई थी। मृतक की शिनाख्त दिलीप गडवाल (44) निवासी सोमनाथ की चाल के रूप में हुई थी। वह पेशे से ड्राइवर था। जांच में पुलिस को योगेश नामक युवक की जानकारी मिली। वह भी घटना के कुछ समय पहले वहां से गुजरा था।
पूछताछ में उसने बताया कि उसे चार लोगों ने रोककर पैसे मांगे थे, लेकिन वह भाग गया था। आरोपियों में एक लड़की भी थी। पुलिस ने तत्काल घेराबंदी करते हुए राकेश भोई (22) निवासी परदेशीपुरा, दत्ता मराठा (20) निवासी टापूनगर और सचिन गावड़े (18) निवासी जनता कॉलोनी और 17 वर्षीय किशोरी को हिरासत में लिया। आरोपियों ने दिलीप की हत्या करना कबूला है।
एसपी ने टीम को 5 हजार का इनाम देने की घोषणा की। एसपी त्रिपाठी के मुताबिक आरोपियों ने बताया कि वे रात 11 बजे शहर में निकल गए थे। घूमने के बाद वे एनटीसी ग्राउंड पहुंचे। वहां पहले योगेश मिला, जो बच गया। उसके बाद दिलीप हत्थे चढ़ गया। उसने पैसे देने से इंकार किया तो आरोपियों ने उसे चाकू मार दिया। वह भागा भी लेकिन गिर गया।
कुछ दिन पहले पकड़ाई थी
एसपी ने बताया कि किशोरी क्षेत्र की रहने वाली है और 7वीं की छात्रा है। पिता की मौत के बाद मां ने दूसरा विवाह कर लिया। वह दादा के साथ रहती है और लड़कों जैसे कपड़े पहनती है। सूत्रों के मुताबिक किशोरी हमेशा साथियों से कहती थी कि उसे अपराध की दुनिया में नाम कमाना है। वे लोग समय आने पर उसे आजमा लें, वह कुछ भी कर सकती है। कुछ दिन पहले उसे विजय नगर आरटीओ परिसर में देर रात डेढ़ बजे घूमते हुए विजय नगर टीआई ने गिरफ्तार किया था। फिर कई घंटे थाने पर बैठाने के बाद छोड दिया था।