इंदौर। नगर निगम चुनाव की मतगणना के दौरान भाजपा कार्यकर्ता अपने ही संगठन के पदाधिकारियों से खासे नाराज नजर आए। अल सुबह से मतगणना स्थल पर ड्यूटी के बावजूद सभी कार्यकर्ताओं को न पर्याप्त नाश्ता मिल पाया और न ही खाना। नाराज कार्यकर्ताओं ने अपने पदाधिकारियों से यह शिकायत भी की कि ऐसी खराब व्यवस्था पहले कभी नहीं हुई। चुनाव के लिए इतना चंदा लिया फिर भी हमें निर्दलीय प्रत्याशियों और उनके कार्यकर्ताओं का लाया भोजन करना पड़ा।
85 वार्डों और महापौर पद के लिए भाजपा के सैकडों कार्यकर्ता मतगणना स्थल पर मौजूद थे। पिछले चुनावों में पार्टी की और से ही खाने-नाश्ते के बेहतर इंतजाम किए जाते थे। लेकिन इस बार कई जगहों पर न नश्ता पहुंचा और न ही खाने के पैकेट पहुंचे। किसी हाल में 100 कार्यकर्ताओं के लिए खाने के 40 पैकेट पहुंचे तो कहीं इतने भी नहीं।
पार्टी के पदाधिकारियों से जब कार्यकर्ताओं ने पूछताछ शुरू की तो उन्होंने भी हाथ झटकते हुए कह दिया हमने इस बारे में नगर अध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारियों से चर्चा की थी लेकिन हमें कह दिया गया यह आपका विषय नहीं है हम देख लेंगे। इससे कार्यकर्ता और भड़क गए। कुछ ये तक बोल गए कि निगम चुनाव में इतना चंदा वसूला, पार्षदों को चुनाव लड़ने के लिए भारी रकम दी गई लेकिन कार्यकर्ता को खाना खिलाने के लिए बजट कम पड़ गया।