जबलपुर। घर बनवाने, शादी, जन्मदिन या सामाजिक समारोह के लिए अस्थाई कनेक्शन (टीसी) लेना महंगा हो सकता है। यदि पॉवर मैनेजमेंट कंपनी के नए प्रस्ताव को विद्युत नियामक आयोग से हरी झंडी मिल गई तो टीसी कनेक्शन का मासिक किराया 150 रुपए तक बढ़ सकता है। वहीं कृषि में उपयोग होने वाली बिजली करीब 90 पैसे महंगी होगी। बहरहाल, प्रस्ताव पर जनता के बीच सुनवाई होनी है। जिसके लिए आयोग ने 9 मार्च तक अपत्ति मांगी है।
पॉवर मैनेजमेंट कंपनी की ओर से मप्र नियामक आयोग को प्रस्ताव भेजा गया। जिसे आयोग ने मंजूर कर लिया है। अब इस पर जनसुनवाई होना है। जिसके लिए जनता से अपत्ति या सुझाव मांगा गया है। कंपनी के प्रस्ताव को मप्र नियामक आयोग की वेबसाइट पर देखा जा सकता है। इसके अलावा निर्धारित शुल्क देकर हिंदी या अंग्रेजी में प्रस्ताव की प्रति बिजली कंपनी से हासिल की जा सकती है।
घरेलू बिजली 1 रुपए महंगी
घरेलू उपभोक्ता के लिए कंपनी ने 1 रुपए प्रति यूनिट का इजाफा किया है। 50 यूनिट तक खपत करने वाले उपभोक्ता को 3.40 पैसे प्रति यूनिट की जगह 4.40 पैसे प्रति यूनिट बिजली बेचने की तैयारी है। इसके अलावा फिक्स चार्ज भी 10 रुपए बढ़ेगा। 101 से ज्यादा और 300 यूनिट तक महीने में बिजली जलाने वालों को 90 पैसे प्रति यूनिट ज्यादा देना पड़ सकता है। वहीं 75 रुपए प्रति आधा किलोवाट फिक्स चार्ज 90 रुपए करने का प्रस्ताव है।
किसानों पर 24.58 फीसद बोझ
पॉवर मैनेजमेंट कंपनी ने प्रस्ताव में किसानों पर सबसे अधिक 24.58 फीसदी बढ़ोतरी की है। यानी 300 यूनिट तक बिजली की खपत वाले किसानों को 90 पैसे प्रति यूनिट तथा इससे अधिक तथा 750 यूनिट तक के लिए 80 पैसे प्रति यूनिट ज्यादा तय किया है।
वाटर सप्लाई भी महंगी
नगर निकायों से होने वाली वाटर सप्लाई और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट पर 85 पैसे प्रति यूनिट का इजाफा है। इसके अलावा 140 रुपए प्रति किलोवाट भार बढ़ाकर 200 रुपए प्रति किलोवाट तय किया है। वहीं स्ट्रीट लाइट पर खर्च होने वाली बिजली 1.20 पैसे प्रति यूनिट बढ़ाई गई है। मासिक फिक्स चार्ज भी करीब 115 रुपए बढ़ाया है।
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बिजली कंपनी की याचिका को मंजूर कर पब्लिक नोटिस जारी किया जा चुका है। कोई भी व्यक्ति प्रस्ताव पर अपने सुझाव या अपत्ति 9 मार्च तक मप्र विद्युत नियामक आयोग के पास भेज सकता है। बाद में जनसुनवाई की तिथि का एलान होगा।
दीपक व्यास
ज्वाइंट डायरेक्टर आरई, मप्र विद्युत नियामक आयोग