ग्वालियर। हरीशंकरपुरम के पास रेलवे ट्रैक पर मजदूर बसंत जाटव की जबलपुर-नई दिल्ली एक्सप्रेस की चपेट में आ जाने के कारण स्पॉट पर ही मौत हो गई। घटना के समय बसंत नशे में था। ट्रैक पर खड़ा होने के बाद वह ट्रेन को अपनी ओर आता हुआ देखने लगा।
मौके पर मौजूद लोगों ने ट्रैक से हटने के लिए शोर भी मचाया, उसने किसी की नहीं सुनी। ट्रेन नजदीक आने के बाद बसंत ने लंबे कदम बढ़ाकर ट्रैक से हटने का प्रयास किया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी और वह ट्रेन की चपेट में आ गया। सिंधिया नगर निवासी बसंत जाटव भवन निर्माण का कारीगार है। सोमवार की सुबह काम की तलाश में नाके आया।
काम नहीं मिलने पर उसने दोपहर में ही शराब पी ली और नशे की हालत में घर की तरफ चल दिया। मौके पर मौजूद भूपद प्रसाद निवासी नाकाचंद्रबदनी व एक महिला सहित अन्य लोगों ने शोर मचाकर बसंत को ट्रैक से हटने के लिए कहा, लेकिन उसने किसी नहीं सुनी। ट्रेन के काफी नजदीक आने पर उसने तेज कदमों के साथ मौत से बचने का प्रयास किया। लेकिन उसका एक पैर ट्रैक पर रह गया और दूसरा बाहर था। तभी ट्रेन के चपेट में आ जाने से उसके शरीर के चिथड़े से उड़ गए।
दो बेटियां हैं
बसंत जाटव की पत्नी डबरा में रहतीं हैं। बसंत यहां मजदूरी करता था। उसके 2 बेटी हैं। बड़ी बेटी 17 और दूसरी की उम्र 15 साल के आसपास है। बसंत की मौत से दोनों बेटी अनाथ हो गईं।