दैनिक वेतन भोगियों को नौकरी पर लेने की मांग

मुरैना। नगर परिषद जौरा के उपाध्यक्ष ने परिषद में कार्यरत दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की स्वीकृति देने की मांग करते हुए परिषद के नौ पार्षदों के हस्ताक्षर युक्त आवेदन मुख्य नगर पालिका अधिकारी को सौंपा है। अध्यक्ष द्वारा मस्टर कर्मचारियों को रखे जाने के संबंध में स्वीकृति नहीं दिये जाने से नगर में सफाई एवं पानी की समस्या के कारण बिसम हालात बनने का अंदेशा हो गया था। इसी के चलते निकाय के उपाध्यक्ष एवं नौ पार्षदों ने दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को पूर्ववत काम पर रखे जाने हेतु आवेदन सौंपा गया।

उल्लेखनीय है कि नगर परिषद अध्यक्ष द्वारा निकाय में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के रखे जाने के संबंध में आवश्यक स्वीकृति अभी तक नहीं दी गई थी। इस कारण निकाय में विभिन्न कामों के लिये लगे दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों क े सामने बिसम हालातों के साथ निकाय के सफाई,जलकार्य एवं अन्य आवश्यक काम प्रभावित होने की संभावना उत्पन्न हो गई थी। इसी के चलते नगर परिषद के उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र उर्फ भोला सिकरवार ने आज निकाय के नौ पार्षदों के हस्ताक्षर युक्त एक आवेदन मुख्य नगर पालिका अधिकारी को सौंपा। सूत्रों के अनुसार देर शाम उपाध्यक्ष एवं पार्षदों के संयुक्त पत्र के बाद निकाय अध्यक्ष श्रीमती उषा सिंहल ने पुष्टि की प्रत्याशा में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को काम पर रखे जाने की स्वीकृति दे दी है।

अल्पमत में होने का अंदेशा
निकाय में अध्यक्ष द्वारा वेतन भोगी कर्मचारियों को काम पर रखे जाने की स्वीकृति नहीं दिये जाने से निकाय अध्यक्ष के अल्पमत में होने के कयास लगाये जा रहे हैं। बताया जाता है कि निकाय में अध्यक्ष के पास पार्षदों का बहुमत नहीं है। माना जा रहा है कि इसी के चलते निकाय की अध्यक्ष दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की स्वीकृति देने को लेकर असमंजश में थी। सूत्रों के अनुसार उन्हें अंदेशा था कि यदि परिषद की बैठक में उनके द्वारा दी गई स्वीकृति की पार्षदों ने पुष्टि नहीं की तो उन्हें परेशानी आ सकती है। इसी के चलते अध्यक्ष महोदया द्वारा दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी रखे जाने की स्वीकृ ति देने में बिलंव किया जा रहा था,लेकिन 9 पार्षदों सहित उपाध्यक्ष के पत्र के बाद उन्हें स्वीकृति देने के लिये बाध्य होना पड़ा।


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