ग्वालियर। बिरला नगर तिराहे पर विद्युत काटने से नाराज लाइन नं. 4 की जनता ने जिसमें अधिकांश महिलाएं थीं, बिजली कंपनी अधिकारियों पर पथराव एवं मारपीट कर दी। इस दौरान पुलिस मूक दर्शक बनी रही। जत्ती की लाइन नं. 4 में बिजली सप्लाई का बकाया लेने पर कनेक्शन काटने पर उप महाप्रबंधक संदीप कालरा के नेतृत्व में पहुंची टीम पर पथराव कर दिया। और ग्रेसिम गेट के पास चक्का जाम लगा दिया। बाद में पुलिस अफसरों और स्थानीय नेताओं की पहल पर बैठक कर पैसा शीघ्र जमा कराने के आश्वासन पर बिजली कंपनी ने पुनः कनेक्शन जोड़ दिया।
सड़क पर शादी का पंडाल तो लगेगा जुर्माना
ग्वालियर। सरकारी सड़कों पर शादी करना अब मुश्किल हो जायेगा। सड़कों पर पंडाल लगाकर शादी विवाह व अन्य कार्यक्रम कर रास्ता अवरूद्ध करने वालों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी। निगम आयुक्त ने टीएल बैठक में सड़कों पर शादी विवाह एवं अन्य समारोहों के लिये टेंट लगाने वालों के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिये ताकि नई सड़कें खराब न हों व अवैध होर्डिंग हटवाने, निराश्रित पेंशन धारकों का सर्वे कराने, गौषाला में पर्याप्त पानी की व्यवस्था करने अवैध नल कनेक्षनों को वैध कराने तथा अन्य सुधारों के निर्देष दिये।
गंदगी फैलाने वाले मैरिज हाऊसों पर होगी कार्यवाही
नगर में बने मैरिज हाऊसों द्वारा बचा खाना वहीं फैंकने तथा अन्य सामग्री जगह-जगह फैंककर गंदगी फैलाने पर निगम आयुक्त ने गार्डन संचालकों को नोटिस जारी करने के निर्देष दिये। तथा जो भी मैरिज हाऊस नियमों का पालन नहीं करते उनके खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देष दिये।
बयान देने नहीं आया संदिग्ध कर्मचारी
ग्वालियर। जीवाजी विष्व विद्यालय में फर्जी मार्कषीट के मामले में दोषी सर्विस प्रोवाइडर प्रषांत दुबे दो दिन बाद भी अपने बयान दर्ज कराने के लिये जांच समिति के समक्ष उपस्थित नहीं हुआ। समिति के सदस्यों ने उसे पत्र भेजकर नियत तिथि को हाजिर होने को कहा था, लेकिन नियत समय तक वह नहीं आया। गोपनीय विभाग में मार्कषीट बनाने से लेकर चार्ट में बदलाव के कई अहम सुराग टीम को मिले हैं, टीम कुलपति से इस मामले में एफआईआर कराने की अनुषंसा भी करेगी, जिससे दोषियों का पता लगाकर कार्यवाही हो सके। सूत्रों के अनुसार सर्विस प्रोवाइडर की नियुक्ति में कुल सचिव कार्यालय व लेखा विभाग के कुछ कर्मचारियों के नाम सामने आ रहे हैं, इस फर्जीवाड़े के तार कुछ कार्य परिषद सदस्यों से भी जुड़ते नजर आ रहे हैं, जांच टीम ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। प्रोफेसर डीडी अग्रवाल परीक्षा नियंत्रक जेयू ने बताया कि प्रषांत दुबे के बयान दर्ज नहीं कराने पर कमेटी अपनी रिपोर्ट कुलपति को देगी। इसके बाद विवि थाने में एफआईआर की प्रक्रिया शुरू की जायेगी।