सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। यहां वारासिवनी थाने में दबंगी दिखाने और जब्त हुए डम्परों को छुड़ाने के लिए थाने पहुंचे रेतमाफिया को पुलिस ने वहीं का वहीं गिरफ्तार कर लिया और प्रकरण दर्ज कर न्यायालय में पेश कर दिया।
वारासिवनी पुलिस द्वारा विगत 24 फरवरी की शाम रेत का अवैध रूप से उत्खनन कर आवश्यक कागजतों के बिना परिवाहन कर रहे 4 डम्परों को जप्त किया गया था। पुलिस की इस कार्यवाही के बाद वाहन मालिकों ने इन डम्परों को छुडाने के लिये थाना परिसर में पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया टीआई प्रवीण धुर्वे के साथ गालीगलोच कर दिया इतना ही नही जप्त किये गये डम्परो को जबरिया थाने से बाहर ले जाने लगे तो पुलिस और ठेकेदारों के बीच उनके साथ आये अन्य लोगों के द्वारा जमकर तुतुमैमै हुई विवाद को बढ़ता देखकर एसडीओेपी जेएस मरकाम भी मौके पर पहुंचे और उन्होने डम्परों की जप्ति को जायजा ठहराया।
जबरदस्ती डम्परों को छुडाने पुलिस कार्यवाही में बाधा पहुचंने, राजस्व अधिकारी के खिलाफ अभद्र व्यवहार करने और शासकीय कार्य में बाधा पहुचाने पर 11 आरोपियों को पुलिस ने गिरफतार किया और उन्हें कल अतिरिक्त न्यायायिक दण्डाधिकारी श्री भू-भास्कर यादव के कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
पुलिस ने कबीर वार्ड डुण्डासिवनी निवासी विध्याधर तिवारी, रविन्द्रनाथ पिता रामसेवक त्रिपाठी त्रिमुर्ति नगर जबलपुर, विक्रमसिंग बंजरी निवासी बण्डोल, अमित दुबे संजय वार्ड सिवनी, मनीष एवं उमेश पिता शभुदयाल दुबे बारापत्थर सिवनी सहित डम्पर के चालक विनोद,संतोष तिवारी ग्राम नगझर थाना बण्डोल, राकेश चंदेल निवासी नगझर थाना बण्डोल और ललित जंगघेला निवासी चैकी थाना बण्डोल के खिलाफ अपराध कायम किया।
प्रवीण धुर्वे थाना प्रभारी वारासिवनी के अनुसार पुलिस द्वारा रेत से भरे डम्परों पर नियमानुसार कार्यवाही की गई है अवैध रूप से हो रहे उत्खनन और परिवाहन करने वालों पर आगे भी कार्यवाही की जायेगी।
आरोपियों की ओर से जमानत की अर्जी आज एस आर मान्डवे द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीश वारासिवनी के समक्ष जमानत की अर्जी पेश की गई जिस पर आज सुनावाई की गई कल जिस पर विचार होने की संभावना है।
इस कार्यवाही में पुलिस की भूमिका को लेकर हाईकोर्ट बार के अध्यक्ष वरिष्ट अधिवक्ता आदर्शमूनि त्रिवेद्धी ने बताया की मध्यप्रदेश हाईकोई बार के सदस्य ट्रांसपोर्ट के जानेमाने वकील नरेन्द्र नाथ त्रिपाठी के खिलाफ एसपी बालाघाट के निर्देश पर वारासिवनी टीआई द्वारा डकैती सहित अन्य धाराओं में झूठा केश दर्ज किये जाने एवं उन्हें गिरफतार कर भेजने पर नारजागी जाहिर की है उन्होने मुख्यमंत्री शिवराज सिह चैहान को पत्र भेजकर वारासिवनी टीआई द्वारा की गई पैसों की अवैध मांग पूरी ना किये जाने पर की गई कार्यवाही बताया पत्र में यह उल्लेख किया है कि रविवार तक यदि एसपी और टीआई को तत्काल नही हटाया गया तो किसी भी आप्रिय स्थिति के लिये शासन प्रशासन जिम्मेदार होगा तथा इस घटना से आक्रोशित प्रदेश के वकील सोमवार से सड़क पर उतार जायेगें और उग्र प्रदर्शन करेगें।
इन आरोपों को खारिज करते हुये पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी ने अवगत कराया की डम्पर मालिकों द्वारा और उनके साथ आये व्यक्तियों द्वारा थाना परिसर में हंगामा किया गया टीआई के साथ अभद्र व्यवहार किया गया और जप्तशुद डम्परों को जबरन थाने के बाहर ले जाने लगे जिस पर पुलिस ने नियमानुसार कार्यवाही की।