इंदौर। नाबालिग से बलात्कार और अपहरण के एक मामले में शुक्रवार को जिला कोर्ट में सुनवाई हुई। सवाल-जवाब के दौरान नाबालिग ने खुलासा किया कि वह युवक से प्रेम करती थी और प्रेमी ने सिर्फ उसके माथे पर चुंबन दिया था। माता-पिता के दबाव में उसने प्रेमी के खिलाफ बयान दर्ज कराए थे। पुलिस ने प्रेमी के खिलाफ बलात्कार और अपहरण का केस दर्ज किया है। वह तीन माह से जेल में है।
स्पेशल जज सविता सिंह की कोर्ट में शुक्रवार को आरोपी धरमपाल (22) की पेशी थी। सुनवाई में 17 वर्षीय पीड़िता भी पहुंची। बयान शुरू हुए तो पीड़िता ने स्वीकारा कि आरोपी ने उससे गलत काम किया था। आरोपी के वकील महेंद्र मौर्य ने सवाल-जवाब किए तो मामला प्रेम-प्रसंग का निकला।
बाद में पीड़िता ने स्वीकार किया कि उसने माता-पिता के दबाव में झूठी रिपोर्ट लिखाई थी। उसने स्पष्ट किया कि 'गलत काम' का मतलब बलात्कार या दुष्कर्म नहीं होता। प्रेमी ने माथे पर चुंबन दिया था, जिसे पुलिस और परिजन ने मिलकर बलात्कार के केस में बदल दिया।
ये है मामला
पुलिस ने बेटमा थाना क्षेत्र के 22 वर्षीय धरमपाल को 17 वर्षीय लड़की के अपहरण और दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार किया। उस पर धारा- 376, 363 व 366 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। आरोपी के खिलाफ फास्ट्र ट्रेक कोर्ट में चालान पेश हुआ।
कोर्ट में पीड़िता का बयान
धरमपाल ने शारीरिक संबंध नहीं बनाए थे। मैं उससे तीन साल से प्रेम करती थी। मैंने कई बार उससे शादी के लिए कहा लेकिन वह मेरे बालिग होने पर शादी के लिए कहता रहा। दिवाली के दो दिन बाद मैं उसके घर गई और भाग चलने के लिए दबाव बनाया। उसने प्रेमवश मेरे माथे पर चुंबन दिया और घर जाने को कहा। मैं अकेली उज्जैन चली गई। इसी बीच माता-पिता ने धरम के खिलाफ रिपोर्ट लिखवा दी। पुलिस के सामने गई तो माता-पिता के दबाव में गलत काम करने की बात कही।