भोपाल। मुरलीधर पाटीदार की गद्दारी के बाद पैदा हुए तमाम संगठनों में से एक आजाद अध्यापक संघ मप्र विधानसभा के बजट सत्र के दौरान विधानसभा की घेराव की तैयारी कर रहा है। फिलहाल कांक्रीट जुटाया जा रहा है, यदि सबकुछ ठीक ठाक रहा तो ऐलान कर दिया जाएगा।
आजाद अध्यापक संघ के पदाधिकारियों ने मध्यप्रदेश के तमाम संविदा शिक्षकों एवं अध्यापकों से इस घेराव में शामिल होने आग्रह करना शुरू कर दिया है। साथ ही वे प्रतिक्रियाएं भी जमा कर रहे हैं तो सही स्थिति का आंकलन हो सके। लोगों को बताया जा रहा है कि यह आंदोलन कितना जरूरी है और संकल्प लिया जा रहा है कि वो हर हाल में आंदोलन का हिस्सा बनेंगे।
फिलहाल तय किया गया है कि चारों दिशाओं से अध्यापकों की टोलियां 1 मार्च को भोपाल में प्रवेश करेंगी और विधानसभा का घेराव होगा। यह एक प्रकार का मनोवैज्ञानिक हमला होगा मप्र की शवराज सरकार पर।
योजना निश्चित रूप से सराहनीय है। यह सदन में बैठी सरकार को हिलाने का काम कर सकती है बशर्ते क्रियान्वयन योजनाबद्ध हो जाए। देखते हैं आजाद अध्यापक संघ के इस आंदोलन को कितना समर्थन मिलता है। फिलहाल विचार विमर्श का दौर जारी है।