चिदानंद राजघट्टा/वॉशिंगटन। अमेरिका के अलबामा शहर में पुलिस की पिटाई से एक भारतीय आंशिक रूप से लकवाग्रस्त हो गया है। भारत में गुजरात के रहने वाले सुरेशभाई पटेल को पुलिस ने संदिग्ध समझकर पीटा जिसके बाद उनकी ऐसी स्थिति हुई।
जानकारी के मुताबिक, सुरेशभाई पटेल मैडिसन, अलबामा में अपने बेटे के घर के बाहर टहल रहे थे जब पट्रोल पुलिसकर्मियों से उनका सामना हुआ। पुलिस को पड़ोसियों ने एक संदिग्ध व्यक्ति की रिपोर्ट दी थी जो कुछ घरों के गैरेज को देख रहा था।
पटेल, अपने बेटे-बहू, उनके 17 महीने के बच्चे की मदद के लिए दो हफ्ते पहले ही अमेरिका आए थे लेकिन यहां उनके साथ ऐसा व्यवहार किया गया जिनकी उन्हें कभी उम्मीद नहीं होगी। उनके साथ न सिर्फ असभ्य आचरण किया गया बल्कि उन्हें जमीन पर गिराया गया, और तमाचे भी मारे गए।
शुक्रवार को इस घटना ने पटेल को अस्थायी रूप से लकवाग्रस्त कर दिया है और वह हॉस्पिटल में हैं जहां उनकी सर्जरी होनी है।
पटेल के बेटे चिराग ने बताया कि उनके पिता ज्यादातर गुजराती और हिंदी ही बोलते हैं, अंग्रेजी के बारे में उनका ज्ञान सीमित है। लेकिन उन्होंने इस बात से इनकार किया कि उनके पिता पड़ोसियों के गैरेज में झांक रहे थे और पुलिस के रोकने पर उन्होंने अपने घर का नंबर साफ-साफ बता दिया था।
इस हादसे ने अमेरिका में अल्पसंख्यकों पर पुलिस की बर्बरता के साथ-साथ रंगभेद के इतिहास को भी सामने लाने का काम किया है। ऐसा तब है जब देश के राष्ट्रपति दुनिया में सहिष्णुता, मानव अधिकार और नागरिक सुविधा पर बातें कर रहे हैं।
समाचार लिखे जाने तक भारत सरकार की ओर से इस मामले में कोई प्रतिक्रिया दर्ज नहीं कराई गई थी।