इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने हर साल की तरह इस बार भी पांच फरवरी को कश्मीर एकजुटता दिवस मनाया और इस मौके पर प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कश्मीर को अपने देश के लिए ‘गले की नस’ की तरह महत्वपूर्ण मुद्दा बताया।
शरीफ ने मुजफ्फराबाद में पाक अधिकृत कश्मीर विधानसभा के एक संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि उनका बचपन से ही कश्मीर के साथ एक भावनात्मक जुड़ाव है और वह कश्मीर के लोगों के अधिकार के लिए संघर्ष करते रहेंगे, जो पाकिस्तान के लिए ‘गले की नस’ अहमियत रखता है।
शरीफ ने ‘कश्मीर एकजुटता दिवस’ के मौके पर कहा कि दक्षिण एशिया में शांति सिर्फ कश्मीर मुद्दे के हल से ही संभव है। इस क्षेत्र में 150 करोड़ लोगों का भविष्य कश्मीर मुद्दे से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि कश्मीर के लोगों की इच्छा के खिलाफ कोई फैसला पाकिस्तान सरकार द्वारा स्वीकार नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कश्मीर मुद्दे का हल इसके लोगों को आत्मनिर्णय का अधिकार देने से ही होगा। रेडियो पाकिस्तान ने शरीफ के हवाले से कहा है कि वह समय दूर नहीं है जब संकट के बादल छट जाएंगे और कश्मीरी लोग आजादी का सूर्योदय देखेंगे।
उन्होंने कहा, ‘इस विषय में कोई समझौता नहीं होगा। यह पूरे राष्ट्र के लिए एक मुद्दा है और अपने संकल्प से हम प्रगति करेंगे।’ शरीफ ने कहा कि यह उनकी सरकार की जिम्मेदारी है कि कश्मीर को लगातार समर्थन मुहैया कराये।
इस बीच, शरीफ ने पाक अधिकृत कश्मीर की ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस के एक प्रतिनिधिमंडल से भी मुजफ्फराबाद में विधानसभा सचिवालय में मुलाकात की। शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर विवाद का एक उचित और शांतिपूर्ण हल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के आधार पर करने को प्रतिबद्ध है। गौरतलब है कि पाकिस्तान में हर साल पांच फरवरी को कश्मीर एकजुटता दिवस मनाया जाता है।