नई दिल्ली। कांग्रेस के वाइस प्रेसीडेंट राहुल गांधी बजट सत्र में अनुपस्थित हैं। कहा जा रहा है कि वो छुट्टी पर गए हैं परंतु ऐसा नहीं है, दरअसल वो हड़ताल पर गए हैं। सोनिया गांधी और उनके सलाहकारों के खिलाफ।
सूत्रों के मुताबिक राहुल उन नेताओं से नाराज बताए जा रहे हैं, जो लोकसभा चुनाव और उसके बाद हुए कई राज्यों के विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के लिए उनकी नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठा रहे हैं। हालांकि, इस बात की औपचारिक तौर पर किसी ने भी पुष्टि नहीं की है।
राहुल इसलिए छुट्टी पर गए:
-कुछ बड़े नेताओं से नाराज हैं राहुल गांधी।
-वे कुछ बड़े नेताओं को हटाना चाहते हैं।
-पार्टी में बड़ा फेरबदल करना चाहते हैं।
-कुछ नेता राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने के पक्ष में नहीं।
-ऐसा लगता है कि पार्टी में एक गुट राहुल के तो दूसरा उनके खिलाफ।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आसपास एक लॉबी है, जिसे राहुल पसंद नहीं करते हैं। सोनिया की लॉबी उन्हें सलाह देती रहती है कि पुराने लोगों को हटाने पर राहुल गांधी पार्टी संभाल नहीं पाएंगे।
सूत्रों का कहना है कि राहुल आधे से अधिक महासचिवों को हटाना चाहते हैं। यही नहीं, वह कई राज्यों के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों को भी पद से हटाना चाहते हैं। राहुल महाराष्ट्र कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को पिछले तीन सालों से पद से हटाना चाहते हैं, लेकिन वह ऐसा कर नहीं पाए।
सूत्रों का यह भी कहना है कि लोकसभा चुनावों में हार के तुरंत बाद राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष बनना चाहते थे। राहुल का कहना है कि पहले उन्हें फैसले लेने दिया जाए, उसके बाद ही उनकी आलोचना होनी चाहिए। राहुल अपने युवा सहयोगियों सचिन पायलट, ज्योतिरादित्य सिंधिया, मिलिंद देवड़ा आदि के लिए ज्यादा बड़ी भूमिका चाहते हैं, ताकि इन्हें बड़ी जिम्मेदारियां सौंपी जा सके।