नई दिल्ली। फंडिंग को लेकर उठे विवादों के बावजूद कई सर्वे में आम आदमी पार्टी को बीजेपी के मुकाबले खासी बढ़त मिलती दिख रही है और दिल्ली में आप की सरकार बनने का रास्ता साफ होता नजर आ रहा है। यहां तक कि पहले जिन सर्वे में आप लगातार पीछे चल रही थी, उनमें भी अब उसे बढ़त मिलती दिखाई गई है। इसे देखते हुए आप नेताओं के हौसले बुलंद हैं।
पार्टी नेता योगेंद्र यादव ने तो यह तक कह दिया है कि बीजेपी जितना उनके खिलाफ दुष्प्रचार करेगी, आम आदमी पार्टी को उतना ही ज्यादा फायदा होगा। अरविंद केजरीवाल बीजेपी को जवाब देने में अपना वक्त बर्बाद करने की बजाय दिल्ली के विकास के लिए अपने एजेंडे को जनता के बीच रखते रहेंगे।
एनडीटीवी का सर्वे अब जहां आप को 37 और बीजेपी को महज 29 सीटें दे रहा है, वहीं एबीपी न्यूज का सर्वे आप को 35 और बीजेपी को 29 सीटें दे रहा है। इस सर्वे में कांग्रेस को 6 सीटें मिलती दिख रही हैं, जबकि एनडीटीवी का सर्वे कांग्रेस को महज 4 सीटें दे रहा है। सी वोटर के पिछले तमाम सर्वे आम आदमी पार्टी को लगातार बढ़त मिलती तो दिखा रहे थे, लेकिन उसे बीजेपी से पीछे ही रख रहे थे, लेकिन अब उसके ताजा सर्वे में आप को 36 से 41 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है, जबकि बीजेपी को 27 से 32 सीटें, कांग्रेस को 2 से 7 सीटें जबकि अन्य को 0 से 5 सीटें मिलने का अनुमान है। इकॉनमिक टाइम्स के सर्वे में भी दिल्ली में आप की बहुमत वाली सरकार बनती दिख रही है। इसमें आप को 38, बीजेपी को 30 और कांग्रेस को महज 2 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है।
इन सभी ताजा सर्वे में सबसे ज्यादा फायदा आप को और सबसे ज्यादा नुकसान बीजेपी को होता दिख रहा है। यही वजह है कि आम आदमी पार्टी के नेता अपनी सभाओं में भी कह रहे हैं कि अब तो सर्वे भी हमारे पक्ष में आ रहे हैं। उधर, बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चिंता का सबब यह है कि किरन बेदी को सीएम उम्मीदवार घोषित करने, आम आदमी पार्टी के खिलाफ विज्ञापनों के जरिये तीखा प्रचार अभियान छेड़ने, केजरीवाल से रोज 5 सवाल पूछने, पूरा केंद्रीय मंत्रिमंडल और कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के चुनाव प्रचार में उतारने और खुद पीएम नरेंद्र मोदी की 5-5 रैलियां करने के बावजूद बीजेपी की सीटें घटती दिख रही हैं।